Election 2019 India Updates: मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में हुई वापसी के बीच जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) के प्रमुख और कांग्रेस के विधायक डॉ. हीरा अलावा द्वारा दी गई चेतावनी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का ट्वीट चर्चाओं में है। इस ट्वीट से ऐसा लग रहा है कि दिग्विजय सिंह जयस का साथ दे रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर जयस के डॉ. हीरा अलावा का इशारों ही इशारों में साथ दिया और कहा , “मप्र में कंग्रेस की सरकार बनाने में आदिवासियों का बहुत बड़ा सहयोग रहा है। जिसमें जयस का सहयोग भी उल्लेखनीय रहा है। हम इसे स्वीकार करते हैं। अब मध्यप्रदेश शासन को अपने वचन पत्र में दिये गये वचनों को पूरा करने के लिये कोई कसर बाकि नहीं छोड़ना चाहिये।”
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पहली बार विधायक बने सदस्यों को मंत्री न बनाए जाने का ऐलान किया था, उसके बाद से उन निर्वाचित सदस्यों में बेचैनी है जो मंत्री बनने का सपना संजोए हुए थे।
इसी के चलते सोमवार को जयस प्रमुख डॉ. अलावा ने एक ट्वीट कर चेतावनी देते हुए कहा था, “जयस ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। वादे के मुताबिक जयस की भागीदारी सरकार में होनी चाहिए, जयस को अनदेखा करना कांग्रेस की बड़ी भूल होगी।”
डॉ. अलावा धार जिले के मनावर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीते हैं। जयस और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन के चलते यह विधानसभा क्षेत्र उन्हें दिया गया था।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में हुई वापसी के बीच जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) के प्रमुख और कांग्रेस के विधायक डॉ. हीरा अलावा द्वारा दी गई चेतावनी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का ट्वीट चर्चाओं में है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर जयस के डॉ. हीरा अलावा का इशारों ही इशारों में साथ दिया और कहा , "मप्र में कंग्रेस की सरकार बनाने में आदिवासियों का बहुत बड़ा सहयोग रहा है। जिसमें जयस का सहयोग भी उल्लेखनीय रहा है। हम इसे स्वीकार करते हैं। अब मध्यप्रदेश शासन को अपने वचन पत्र में दिये गये वचनों को पूरा करने के लिये कोई कसर बाकि नहीं छोड़ना चाहिये।"
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पहली बार विधायक बने सदस्यों को मंत्री न बनाए जाने का ऐलान किया था, उसके बाद से उन निर्वाचित सदस्यों में बेचैनी है जो मंत्री बनने का सपना संजोए हुए थे।इसी के चलते सोमवार को जयस प्रमुख डॉ. अलावा ने एक ट्वीट कर चेतावनी देते हुए कहा था, "जयस ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। वादे के मुताबिक जयस की भागीदारी सरकार में होनी चाहिए, जयस को अनदेखा करना कांग्रेस की बड़ी भूल होगी।"
भाजपा और कांग्रेस की गैरमौजूदगी वाले क्षेत्रीय दलों का गठजोड़ बनाने की कवायद को आगे बढ़ाने के लिये तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव दिल्ली पहुंच गये हैं। इस दौरान उनकी सपा, बसपा सहित समान विचारधारा वाले अन्य दलों के नेताओं से मिलने की योजना है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर राव ने सोमवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा रविवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री एवं बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक से मुलाकात की थी।
टीआरएस के सूत्रों ने सोमवार रात दिल्ली पहुंचे राव के तीन दिन के दिल्ली प्रवास के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती के साथ मुलाकात की संभावना से इंकार नहीं किया। हालांकि मंगलवार को उनकी अखिलेश और मायावती से मुलाकात की अटकलों के बीच सपा और बसपा की ओर से फिलहाल राव द्वारा मुलाकात के लिये समय नहीं मांगे जाने की जानकारी दी गयी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में हुई वापसी के बीच मुसीबतें भी शुरू होने लगी हैं। कांग्रेस को सभी वर्गो को प्रतिनिधित्व देना बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) के प्रमुख और कांग्रेस के विधायक डॉ. हीरा अलावा ने इशारों-इशारों में मंत्री न बनाए जाने पर चेतावनी दे डाली है। डॉ. अलावा ने सोमवार को ट्वीट किया है- "जयस ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। वादे के मुताबिक, जयस की भागीदारी सरकार में होनी चाहिए, जयस को अनदेखा करना कांग्रेस की बड़ी भूल होगी।"
डॉ. अलावा धार जिले के मनावर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीते हैं। जयस और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन के चलते यह विधानसभा क्षेत्र उन्हें दिया गया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पहली बार के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने की बात कही है, उसके बाद डॉ. अलावा के इस ट्वीट को काफी अहम माना जा रहा है।
‘सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 79 के नियमों में प्रस्तावित संशोधन संबंधी खबरों को लेकर कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ''निजता पर नजर रखने वाले'' कदम को शुरुआत में ही रोक दे तथा देश से माफी मांगे। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार ''जासूसी'' के जरिये विरोध की हर आवाज को दबाना चाहती है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, 'देश को अब समझ आ गया है कि ये जासूसी करते हैं।
गैर संवैधानिक जासूसी कराना इस सरकार का नियमित कार्य हो गया है।'' उन्होंने कहा, अब मैं इसके दो-चार बिंदु बता दूं, ये अत्यंत महत्वपूर्ण बात है, गंभीर बात है, डरावनी बात है और हम आशा और विश्वास करते हैं कि इस प्रकार की विकृत संस्कृति इस देश में लाने से पहले सरकार शुरुआत में ही इसे बंद करे दे और माफी मांगे।' उन्होंने दावा किया, 'यह सरकार ''ईज ऑफ डुइंग बिजनेस'' की बात करती है, लेकिन यह तो ''ईज ऑफ इंटरफेयरिंग इन बिजनेस'' है। यही गुजरात मॉडल है। यही मोदी मॉडल और अमित शाह मॉडल है।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को 9 मंत्रियों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण कार्यक्रम रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में हुआ। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री व दो मंत्रियों ने शपथ ली थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मंत्री टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने शपथ ली थी।
मंत्री के रूप में डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, कवासी लखमा, रवींद्र चौबे, मोहम्मद अकबर, शिवकुमार डहरिया, अनिला भेड़िया, जय सिंह अग्रवाल, गुरु रुद्र कुमार और उमेश पटेल ने शपथ ली।गौरतलब है कि उमेश पटेल प्रदेश के प्रथम गृहमंत्री नंदकुमार पटेल के सुपुत्र हैं। नंदकुमार पटेल झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ शहीद हुए थे। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को मिलाकर कुल 13 मंत्री के पद हैं। अब तक 12 मंत्रियों ने शपथ ली है, वहीं एक पद अभी भी खाली है।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज नौ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में आज विधायक रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा, जय ंिसह अग्रवाल, शिव डहरिया, महिला विधायक अनिला भेड़िया, रुद्र गुरु, प्रेमसाय सिंह टेकाम और उमेश पटेल ने मंत्री पद की शपथ ली। सभी ने हिंदी में पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भूपेश बघेल ने इस महीने की 17 तारीख को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू ने मंत्री पद की शपथ ली थी।
सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नए मंत्रियों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि बघेल ने साफ किया था कि उनके मंत्रिमंडल में वरिष्ठ और अनुभवी विधायकों को जगह दी जाएगी। यही कारण है कि पहली बार चुने गए विधायकों को इसमें जगह नहीं दी गई है।
शिवसेना ने सोमवार को भाजपा से कहा कि वह राम मंदिर मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट करे और संसद में इस पर चर्चा करे। पार्टी ने राफेल सौदे को लेकर भी अपने गठबंधन सहयोगी पर निशाना साधा। भाजपा पर निशाना साधते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी भगवान राम या अन्य किसी भी हिन्दू देवी-देवताओं के नाम पर कोई ‘जुमला’ नहीं चलने देगी। उन्होंने इसपर जोर दिया कि सत्ता में आने वाले अब कुंभकरण की भांति सो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर आप हमारी आस्था और भगवान के नाम पर एक और जुमला दिया, तो हम आपको माफ नहीं करेंगे। ’’ ठाकरे ने कहा, ‘‘हम भगवान राम और अन्य किसी भी हिन्दू देवी-देवता के नाम पर आपको कोई झूठा वादा नहीं करने देंगे।’’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना उन जुमलों का पर्दाफाश करेगी।
सोलापुर जिले के पंढरपुर में बहुप्रतीक्षित रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मोदी पर जमकर हमला बोला। राम मंदिर निर्माण को लेकर भी भाजपा की आलोचना की।
ठाकरे ने कहा, "मैं अयोध्या (नवंबर में ) गया और अब पंढरपुर की पवित्र भूमि पर आया हूं। मैं भाजपा को कुंभकरणी नींद से जगाना चाहता हं। आपने चुनाव जीतने के लिए राम मंदिर मसले का उपयोग किया और अब नींद में सोए हैं। हम आपको तब तक आराम नहीं करने देंगे जब तक राम मंदिर का निर्माण नहीं होगा।"
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए सोमवार को कहा कि देश में कई घोटाले चल रहे हैं और ऐसा लग रहा है कि चौकीदार चोर बन गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में शिवसेना की बढ़ती बेचैनी के बीच पार्टी प्रमुख का यह बयान आया है। ऐसा बयान पहले कांग्रेस की ओर से आता रहा है।
उन्होंने रक्षा और कृषि क्षेत्र में घोटाले का जिक्र करने के साथ-साथ प्रत्येक भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रुपये लाने जैसी अन्य परियोजनाओं का भी उल्लेख करते हुए उन्हें जुमला करार दिया। ठाकरे ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण समेत कई मसलों को लेकर भाजपा पर हमला बोला।