Praveen Kumar Nishad Profile: संतकबीरनगर लोकसभा सीट पर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद के बेट प्रवीण निषाद ने भाजपा के टिकट पर साल 2019 में जीत हासिल की। इसके बाद वे लगातार सुर्खियों में रहे हैं। इस बार फिर भाजपा ने प्रवीण निषाद को दूसरी बार टिकट देकर उन पर भरोसा जताया है।
निषाद पार्टी के संस्थापक संजय निषाद हैं। इन्हीं के बेटे संतोष उर्फ प्रवीण कुमार निषाद है। साल 2018 में गोरखपुर में जब उपचुनाव हो रहे थे तब प्रवीण निषाद की उम्र महज 29 साल की थी। प्रवीण निषाद को तो राजनीति विरासत में मिली है। जब संजय निषाद ने अपनी पार्टी का गठन किया तो उन्हें प्रवक्ता बना दिया। प्रवीण निषाद ने गौतम बुद्ध टेक्निकल विश्वविद्यालय से बीटेक की डिग्री हासिल की है। वह 2009 से 2013 तक एक प्राइवेट कंपनी में प्रोडक्शन इंजीनियर के तौर पर नौकरी कर चुके हैं। हालांकि पिता को राजनीति में सहारा देने के लिए 2013 में प्रवीण निषाद गोरखपुर लौट आए। राजनीति में आने के बाद प्रवीण निषाद लगातार सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे हैं। इसी कारण गोरखपुर में उन्होंने खुद की पहचान बनाई।
गोरखपुर उपचुनाव में जीते थे प्रवीण निषाद
2018 के चुनाव में निषाद पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था। गोरखपुर उपचुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर देखने को मिला और नतीजे प्रवीण निषाद के पक्ष में आए थे। प्रवीण निषाद ने जीत हासिल की तो उसमें सबसे बड़ा कारण उनके पिता की मेहनत और समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को बताया गया। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी का ज्यादा भरोसा भी कहीं ना कहीं प्रवीण निषाद के लिए अहम साबित हुआ। निषाद पार्टी का सरल भाषा में अर्थ है निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल।
बीजेपी ने फिर मैदान में उतारा
तत्कालीन समाजवादी पार्टी ने संजय निषाद पर कई केस दर्ज किए। इसी नाराजगी के चलते प्रवीण ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। साल 2019 में बीजेपी ने प्रवीण कुमार को अपनी पार्टी से टिकट देकर संत कबीर नगर से चुनावी मैदान में उतारा। प्रवीण कुमार निषाद ने बहुजन समाज पार्टी के भीष्म शंकर तिवारी को 35 हजार से ज्यादा अंतर से हराया था। बीजेपी ने दोबारा से उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा है।