Elections Exit Poll Results 2019: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण (7वें) का मतदान 19 मई की शाम 6 बजे खत्म होने को है। ऐसे में देश में एग्जिट पोल के नतीजे जानने को लेकर लोगों में उत्सुकता है। 23 मई को चुनाव परिणाम घोषित होने से पहले आज शाम से ही एग्जिट पोल के आधार पर कयास लगना शुरू हो जाएगा कि किस पार्टी का पलड़ा भारी है। ऐसे में हम आपको एग्जिट पोल की शुरुआत कब हुई, किसने एग्जिट पोल की शुरुआत की जैसे सवालों के जवाब देते हैं।

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कब हुई एग्जिट पोल की शुरुआत: अमर उजाला के मुताबिक, एग्जिट पोल की शुरुआत 1967 में 15 फरवरी की तारीख को हुई थी। पोल की शुरुआत नीदरलैंड निवासी मार्सेल वॉन डैम ने की थी। लेकिन बात अगर भारत में एग्जिट पोल की शुरुआत की करें तो इसका पूरा श्रेय इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन के प्रमुख एरिक डी कोस्टा को जाता है।

एग्जिट पोल की तैयारी: बता दें कि एग्जिट पोल की जारी करने से पहले मतदाताओं से बातचीत, पुराने आंकड़े और पूर्वानुमानों का आकलन आदि किया जाता है। इसके बाद एकत्रित डाटा (मतदान की शुरूआत से अंत तक) के अनुसार अनुमान लगाया जाता है कि किसकी सरकार बनेगी। गौरतलब है कि एग्जिट पोल के परिणाम हमेशा सही उत्तर दें यह जरुरी नहीं होता है। इसकी समीक्षा परिणाम आने पर की जा सकती है।

चुनाव से पहले ओपिनियन पोल: बता दें कि चुनाव पूर्व किए जाने वाले इस ओपिनियन पोल (सर्वे) का जनक जॉर्ज गैलप और क्लॉड रोबिंसन को माना जाता है। बताया जाता है कि इस सर्वे का सबसे पहले प्रयोग अमेरिका के चुनाव किया गया था। इसके बाद इससे प्रभावित होकर इंग्लैंड, फ्रांस और इंग्लॅण्ड जैसे देशों ने भी किया। इंग्लैंड में इसका प्रयोग 1937 में किया गया था जबकि फ्रांस ने इसका प्रयोग 1938 में किया था।