Lok Sabha Election 2019: तेलंगाना में महिला विधायक को कांग्रेस कार्यकर्ताओं के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। महिला विधायक स्थानीय निकाय चुनाव में टीआरएस उम्मीदवार के लिए प्रचार करने के लिए पहुंची थीं। ये महिला विधायक पिछले महीने ही कांग्रेस छोड़कर सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में शामिल हुई थीं।

प्रचार के लिए गांव में पहुंचते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक बनोतू हरिप्रिया नाइक पर पत्थर बरसाने के साथ ही चप्पल फेंकना शुरू कर दिया। नाइक खम्मम जिले के येल्लान्दु विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह गोविंदराला गांव में टीआरएस उम्मीदवार एल. सुनीता का प्रचार करने पहुंची थीं। सुनीता मंडल परिषद् सदस्य के लिए चुनाव लड़ रही हैं।

एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने स्थानीय रिपोर्टर से कहा कि हमने दिन रात मेहनत कर पिछले साल दिसंबर में हुए चुनाव में नाइक को टीआरएस के साथ हुए कडे़ मुकाबले में चुनाव जितवाया। विधायक बनने के कुछ महीने बाद ही उसने हमारे विश्वास को तोड़ते हुए टीआरएस का दामन थाम लिया।

इससे पहले जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक पर पत्थर और चप्पल फेंकना शुरू किया, वहां मौजूद टीआरएस कार्यकर्ताओं ने विधायक के चारों तरफ से सुरक्षा घेरा बना लिया। इस हमले से चकित कांग्रेस विधायक वापस अपने कार में बैठकर गांव से लौट गईं।

इसके बाद कांग्रेस और टीएमसी कार्यकर्ता आपस में भीड़ गई। दोनों पक्षों के बीच हुई पत्थरबाजी में कम से कम 5 लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति पर काबू किया। सब इंस्पेक्टर तिरुपति रेड्डी ने कहा, ‘हमने झड़प में घायल हुए लोगों को तुरंत येल्लान्दु के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।’

पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। दोनों दलों के नेता स्थिति को सामान्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस पूरे मामले पर महिला विधायक की तरफ से कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हो सकी है। वहीं इस बारे में टीआरएस के एक नेता ने कहा कि विधायकों का एक दल से दूसरे दल में जाना कोई नई बात नहीं है। कांग्रेस के शासन काल में  2004-2009 के बीच वाईएस राजशेखर रेड्डी के समय में भी टीआरएस के कई विधायक कांग्रेस में शामिल हुए थे।

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