Lok Sabha Election 2019 से पहले समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी आजम खान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शुक्रवार (15 मार्च) को आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि सपा की रामपुर ईकाई चुनाव का बहिष्कार करेगी। आजम ने कहा, ‘बीजेपी देश में सभी संस्थाओं को अपने नियंत्रण में लेना चाहती है और वो काफी हद तक कामयाब भी हो गई है।’ उल्लेखनीय है कि रामपुर से विधायक आजम खान सपा सरकार में कई अहम विभागों के मंत्री रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रामपुर के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट अंजनेय सिंह ने 6 मार्च 2019 को खान के ट्रस्ट द्वारा अवैध रुप से बनाया गया उर्दू गेट तुड़वा दिया था। रामपुर जिला प्रशासन की तरफ से अली जौहर यूनिवर्सिटी समेत कई संपत्तियों पर कार्रवाई को निशाने पर लेते हुए खान ने कहा, ‘रामपुर के लोग डर में जी रहे हैं इसलिए हमने बहिष्कार का फैसला लिया है। केंद्र सरकार सीबीआई जैसी एजेंसियों का भी अपमान कर रही है।’
उर्दू गेट मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए खान ने कहा, ‘स्थानीय प्रशासन राज्य सरकार के कहने पर ऐसी कार्रवाई कर रहा है। वे उत्तर प्रदेश में कश्मीर जैसे हालात बना रहे हैं। ऐसे में पारदर्शी चुनाव नहीं कराए जा सकते। जौहर ट्रस्ट के स्कूलों को निशाना बनाने के लिए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। यह सब जान-बूझकर किया जा रहा है।’ उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में सातों चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। राज्य में लोकसभा की 80 सीटें हैं, पिछले चुनाव में इनमें से 71 बीजेपी, दो अपना दल, पांच सपा और दो कांग्रेस के पास थीं। इस बार सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन में चुनाव लड़ रही हैं। वहीं गठबंधन ने कांग्रेस के लिए दो सीटें छोड़ने के लिए ऐलान किया था, हालांकि अब कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेठी-रायबरेली में भी बसपा प्रत्याशी उतार सकती है।