Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के दो दिन बाद ही उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने एक तल्ख बयान दिया है। उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय को पत्र लिखकर कहा कि अगर उन्हें लोकसभा का टिकट नहीं मिलता है तो चुनाव परिणाम पार्टी के अनुकूल नहीं होंगे। बता दें कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कई सांसदों के टिकट काट सकती है, जिनमें एक नाम साक्षी महाराज का भी बताया जा रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साक्षी महाराज ने लोकसभा चुनाव में टिकट कटने की संभावना के चलते बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर फिर से टिकट देने की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि मेरे उन्नाव आने से पहले बीजेपी का कोई भी प्रतिनिधित्व एक दशक से जिले में नहीं था। लेकिन आज बीजेपी के 6 विधायक और एक एमएलसी हैं। इसके बाद उन्होंने लिखा कि पार्टी यदि उन्नाव से मेरे संबंध में कोई अन्य निर्णय लेती है तो इससे देश और प्रदेश के करोड़ों कार्यकर्ता आहत हो सकते हैं और इसका परिणाम भी सुखद नहीं रह सकता है।
BJP MP Sakshi Maharaj in a letter to Mahendra Nath Pandey,UP BJP Chief: If party take a different decision (related to my candidature) for Unnao constituency then this may hurt sentiments of crores of workers from the state&across the country. Its consequences may not be positive pic.twitter.com/x9kx4l3V9s
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 12, 2019
फिर से चुनाव लड़ाने की मांग: साक्षी महाराज ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को पत्र में लिखा कि एक बार फिर से मुझे उन्नाव से चुनाव लड़ाया जाए। उन्होंने कहा मैं विश्वास दिलाता महगठबंधन के उम्मीदवार अरुण शुक्ला और कांग्रेस प्रत्याशी अन्नू टंडन को 5 लाख से अधिक वोटो से शिकस्त दूंगा। साथ ही उन्होंने लिखा कि आप मेरी भावनाओं का आदर करते हुए मेरे साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
पत्र में लिखा जातीय समीकरण: बीजेपी सांसद ने अपने पत्र में जातीय समीकरण का विवरण देते हुए लिखा कि उन्नाव लोकसभा में लोधी, कहार, निषाद, कश्यप, मल्लाह के पांच लाख वोट हैं जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग के पांच लाख वोटर हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि ब्राह्मण के एक लाख नब्बे हजार, क्षत्रिय के एक लाख पचास हजार, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छह लाख पचास हजार वोटर हैं। इसके अलावा उन्होंने मुस्लिम वोटर की संख्या एक लाख बीस हजार और अन्य सवर्ण वोटर की संख्या पचास हजार बताई हैं।

