Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव से पहले रामपुर संसदीय क्षेत्र के प्रशासनिक अफसरों पर सपा के वरिष्ठ नेता और यहां से पार्टी के नेता आजम खान का डर दिख रहा है। रामपुर के एडीएम अचानक छुट्टी पर चले गए हैं। इससे पहले एडीएम जगदंबा प्रसाद गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) को चिट्ठी लिखकर आजम खान के समर्थकों की तरफ से खुद की जान को खतरे की आशंका जताई थी।
वहीं, एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने भी खुद की जान को खतरा बताया है। एडीएम के अवकाश पर जाने के बारे में डीएम का कहना है कि वह निजी कारणों से छुट्टी पर गए हैं। दूसरी तरफ एसपी के आदेश के बाद एडीएम व सिटी मजिस्ट्रेट की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
चुनाव से पहले ही आजम खान और जिला प्रशासन के बीच खूब तनातनी देखने को मिल रही है। मंगलवार को अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता और सिटी मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता ने अप्रत्यक्ष रूप से आजम के समर्थकों से जान का खतरा बताते हुए एसपी को पत्र लिखा था।
घर और दफ्तर की रेकी का आरोपः इन दोनों अधिकारियों ने एसपी को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि उनके घर और दफ्तर की रेकी की जा रही है। इनका कहना था कि इन लोगों के साथ कुछ भी अनहोनी होने की आशंका है।
ये है विवादः रामपुर में पिछले काफी समय से प्रशासन के अधिकारी और आजम खान आमने सामने हैं। चुनाव से पहले रामपुर संसदीय क्षेत्र में उर्दू यूनिवर्सिटी का गेट तोड़ने, जौहर यूनिवर्सिटी कैंपस की दीवार को ढहा कर बिजली घर का कब्जा मुक्त कराने और मदरसे का कमरा खाली कराने का विवाद चुनाव में काफी तीखा हो चुका है।
आजम ने भी जान के खतरे की जताई थी आशंकाः इससे पहले आजम खान ने भी मंगलवार को आरोप लगाया था कि प्रशासन वोटिंग में गड़बड़ी के साथ ही उनकी हत्या कराने की योजना बना रहा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम का कहना है कि उनकी हत्या कराने के इरादे से ही उनके हथियारों के लाइसेंस को रद्द किया गया है। आजम का कहना था कि ऐसे हथियारों से कोई फायदा नहीं है जब उनकी जान की ही हिफाजत न हो सके।
