समाजवादी पार्टी में रहते हुए जया प्रदा और आजम खान के बीच तल्खियां कई बार सुर्खियों में रहीं। जया के खिलाफ आज़म ख़ान के बयान पर काफी हो हल्ला भी मचता रहा। अब ये दोनों नेता लोकसभा चुनाव में रामपुर सीट पर आमने-सामने हैं। हालांकि, पुरानी तल्खियों और बयानबाजियों की तासीर दोनों नेताओं के सियासी जंग में बाखूबी देखने को मिल रही है। बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं जया प्रदा का दर्द एक इंटरव्यू में छलक आया। उन्होंने बताया कि कैसे समाजवादी पार्टी में रहते हुए बदसलूकी की गई और उनका किसी ने साथ तक नहीं दिया। जया ने बिना नाम लिए आरोप लगाए कि आज़म ख़ान के प्रभाव के चलते मुलायम सिंह यादव भी कुछ नहीं बोल पाते थे।

बीबीसी को दिए इंटरव्यू में जय प्रदा ने कहा, “पहले उनकी (आज़म ख़ान) ही चॉइस थी, मुझे रामपुर (लोकसभा चुनाव लड़ाने के लिए) ले जाना है। उन्होंने ही मुझे चुनाव लड़ाया। लेकिन, कुछ दिनों के बाद मेरा उनके साथ वो बात नहीं रही। मैं हमेशा उनको सम्मान करती रही, चाहें वो मुझे कितनी भी गालियां दें या बदतमीजी से बात करें फिर भी मैं उन्हें कुछ नहीं बोलती थी।” आगे जया प्रदा ने कहा, “पहले मेरी ही पार्टी मेरे साथ नहीं रहती थी। मेरा पार्टी में विरोध होता था। फिर भी मुलायम सिंह यादव मेरा साथ नहीं देते थे। मेरे ऊपर हमले होते थे।”

उन्होंने कहा कि वह निर्वाचित सांसद होते हुए भी अपने क्षेत्र में नहीं रहती थीं। उन्होंने कहा, “मैं एक निर्वाचित सांसद होते हुए भी अपने क्षेत्र (रामपुर) नहीं रहती थी। मैं मुरादाबाद रात को आती थी, वहीं सोती थी। फिर अगले दिन अपने क्षेत्र में जाती थी। वहां (रामपुर) मुझे ना तो रेस्ट हाउस मिलता था, ना ही रुकने की कोई जगह मिलती थी।” जया प्रदा ने कहा कि रामपुर में एक कद्दावर नेता की वजह से मुझे वहां पर कोई सपोर्ट नहीं करता था।