बिहार में एनडीए (बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी) ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। खगड़िया को छोड़ बाकी सभी लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों को मैदान में डंट जाने के लिए कह दिया गया है। टिकट आवंटन में एनडीए के किसी दल ने ज्यादा प्रयोग नहीं किया है। बीजेपी ने अपने कोटे (17 सीट) से शत्रुघ्न सिन्हा को छोड़कर किसी का भी टिकट नहीं काटा है। शत्रुघ्न सिन्हा का पटना साहिब से टिकट काट दिया गया है और उनकी जगह यहां से रविशंकर प्रसाद को चुनाव लड़ाया जा रहा है।
एनडीए में शामिल सभी दलों ने अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी चुनावी समीकरणों का ख्याल रखा है। एक ओर जहां बीजेपी ने अपने सभी 17 उम्मीदवारों में से 9 सवर्णों को टिकट दिया है, तो वहीं दूसरी ओर जेडीयू ने अपने खाते से किसी भी ब्राह्मण चेहरों को उम्मीदवार नहीं बनाया है। कुल मिलाकर एनडीए के 39 उम्मीदवारों में 13 सवर्ण हैं।
इसके अलावा जेडीयू को छोड़ किसी दल ने अल्पसंख्यकों को टिकट नहीं दिया है। जेडीयू ने किशनगंज से महमूद अशरफ को अपना प्रत्याशी बनाया है। अल्पसंख्यकों के मामले में बीजेपी ने भी कोई विशेष रुचि नहीं दिखाई। बीजेपी के जाने-माने नेता शहनवाज हुसैन को भी टिकट नहीं दिया गया है।
बिहार में टिकटों के आवंटन में सभी की नज़रें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और उनकी वर्तमान लोकसभा सीट नवादा भी टिकी हुई थी। लेकिन, सूची के मुताबिक गिरिराज सिंह अब बेगुसराय से चुनाव लड़ेंगे और नावादा की सीट से एलजेपी उम्मीदवार चंदन कुमार चुनाव लड़ेंगे। एक और खास बात यह है कि बीजेपी ने हुकुमदेव नारायण यादव की जगह उनके बेटे अशोक कुमार यादव को टिकट दिया है। दरभंगा की सीट जहां से कीर्ति आजाद चुनाव लड़ते थे वहां से गोपालजी ठाकुर को चुनाव लड़ाया जा रहा है।
