रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के दावों को खारिज करते हुए चुनाव आयोग ने मंगलवार (7 फरवरी) को उनके रिश्वत वाले कथित बयान पर नया नोटिस जारी किया और वृहस्पतिवार (9 फरवरी) तक उनसे जवाब देने को कहा है। पर्रिकर ने दावा किया था कि गोवा में कोंकणी भाषा में दिए गए चुनावी भाषण का गलत अनुवाद किया गया। भाजपा के वरिष्ठ नेता को दिए गए नवीनतम नोटिस में आयोग ने कहा, ‘सीडी (29 जनवरी को चिम्बेल में दिए गए भाषण का) से किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं की गई है।’ आयोग ने कहा कि पूरे भाषण को फिर से लिखित प्रतिलिपि में ढाला गया है और तीन सदस्यीय समिति ने इसका अनुवाद किया है।
नई लिखित प्रतिलिपि में पर्रिकर को कहते हुए पाया गया, ‘… आप किसी से दो हजार रुपये लेकर उन्हें वोट देते हैं। यह ठीक है, कोई रैली करेगा, कोई आपत्ति नहीं है, कोई वहां पांच सौ रुपये लेकर घूमता है। लेकिन वोट कमल को ही जाना चाहिए…।’ चुनाव आयोग ने गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री को पहले एक नोटिस भेजा था और तीन फरवरी तक उनसे जवाब मांगा था। ज्यादा वक्त की मांग करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा था कि उन्होंने जो कहा उसका गलत अनुवाद हुआ। अब उन्हें नौ फरवरी को अपराह्न तीन बजे तक जवाब भेजना है।
