लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश और यहां की 80 सीटें मायने रखती हैं। यूपी में जिसने अपनी पकड़ बना ली, दिल्ली तक पहुंचने की राह उतनी ही आसान बन जाती है। उत्तर प्रदेश की फैजाबाद सीट भी इस बार एक हाई प्रोफाइल मुकाबला देख सकती है। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद से ही फैजाबाद और अयोध्या में माहौल बदल गया है। इस बदले माहौल में हिंदुत्व की राजनीति हावी दिख रही है।

फैजाबाद लोकसभी सीट पर अभी बीजेपी का कब्जा है और यहां से लल्लू सिंह सांसद हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के लल्लू सिंह ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आनंद सेन यादव को भारी मतों से हरा दिया था। उनकी जीत का अंतर 65,477 वोट रहा था। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के निर्मल खत्री रहे थे। वैसे 1991 से 2007 तक लल्लू सिंह अयोध्या विधानसभा संख्या 275 से पांच बार विधायक रह चुके हैं। अब इस बार फिर उन पर ही बेजेपी दांव लगाती है या किसी को मौका दिया जाता है, ये देखना दिलचस्प होगा।

वैसे फैजाबाद से अब तक कुल सात बार कांग्रेस जीती है, चार बार बीजेपी और एक-एक बार समाजवादी पार्टी, बीएसपी और भाकपा ने जीत दर्ज की है। पिछले दो बार से लगातार इस सीट से बीजेपी जीत का परचम लहरा रही है। फैजाबाद सीट को लेकर कहा जाता है कि यहां पर 84 फीसदी के करीब हिंदू वोटर हैं, वहीं 26 प्रतिशत ओबीसी समुदाय हैं, वहां भी यादवों की संख्या 13 फीसदी के करीब बताई जाती है। 13 प्रतिशत मुस्लिम समाज का वोट भी फैजाबाद से निकलता है।

जानकारी के लिए बता दें कि योगी सरकार ने कुछ सालों पहले ही फैजाबाद जिले का नाम बदल अयोध्या जिला कर दिया था। अब इस बार यहां पर क्या नतीजे रहते हैं, ये जानना दिलचस्प रहेगा।