Election 2019: आंध्र प्रदेश में लोकसभा के साथ-साथ विधान सभा चुनाव भी हुए हैं। वहां चंद्रबाबू नायडू की सत्ताधारी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस ने विधान सभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल की है। वे अब राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। जगन रेड्डी उस वक्त से सीएम बनने का सपना देख रहे हैं, जब सितंबर 2009 में उनके पिता और तत्कालीन सीएम वाई एस राजशेखर रेड्डी की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। पहले तो जगन ने इसके लिए कांग्रेस आलाकमान के दरवाजे पर हाजिरी लगाई लेकिन जब दाल नहीं गली तो उन्होने कांग्रेस और संसद से इस्तीफा दे दिया और फिर अपनी नई पार्टी बना ली।
राजशेखर रेड्डी की मौत के बाद वित्त मंत्री के रोशैय्या को नया सीएम बनाया गया लेकिन जगन अपनी मांग पर अड़े रहे। धीरे-धीरे उनके प्रति आंध्र के लोगों में सहानुभूति की लहर पैदा होने लगी। राजशेखर के प्रति राज्य के किसानों और मजदूरों में अगाध प्रेम था। इस वजह से उनकी मौत के बाद कई किसानों ने भी मौत को गले लगा लिया था। जगन ने इस परिस्थिति को समझते हुए लोगों के बीच अपनी पहुंच को बढ़ाना शुरू किया और 2010 में ओडारपु यात्रा निकाली। इस दौरान उन्होंने आंध्र के ग्रामीण इलाकों का सघन दौरा किया और आत्महत्या करने वाले किसान परिवारों से मुलाकात की।
धीरे-धीरे जगन ने कांग्रेस विधायकों के बीच अपनी लोकप्रियता बढ़ा ली। यह एक तरह से कांग्रेस के खिलाफ बगावत का संकेत था। कई विधायकों ने खुलकर जगन का समर्थन करना शुरू कर दिया, तब के रौशेय्या की जगह तत्कालीन विधान सभा अध्यक्ष किरण कुमार को राज्य का नया सीएम बना दिया गया। जगन ने 29 नवंबर 2010 को कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। मार्च 2011 में YSR (युवजन सरामिका रायतु) कांग्रेस नाम की नई पार्टी बना ली। मई 2011 में जब कडप्पा संसदीय सीट पर फिर उप चुनाव हुए तब जगन ने बड़ी जीत हासिल की। उनकी मां ने भी पिता की पुश्तैनी सीट पुलिवेंदुला से जबर्दस्त जीत हासिल की। 2014 में जब आंध्र प्रदेश में असेंबली चुनाव हुए तो 175 सीटों पर जगन ने उम्मीदवार उतारे, उनमें से 67 पर जीत हुई। जगन विधान सभा में विपक्ष के नेता बन गए।
ऑर्गेनिक फूड के प्रति जबर्दस्त रुझान रखने वाले जगन ने इस दौरान राज्य के मुस्लिम, ओबीसी, क्रिश्चन और कम्मा समुदाय को साथ लेकर अपनी जमीन और मजबूत बना ली। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर 2018 में जहां चंद्रबाबू नायडू ने मोदी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया, वहीं जगन ने अपने सासंदों से इस्तीफा दिलवा दिया और राज्य में राजनीतिक तौर पर लंबी लकीर खींचने की कोशिश की। मौजूदा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगन रेड्डी जबर्दस्त जीत के साथ सीएम पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।