Dibrugarh (Assam) Election Result 2021 LIVE: Dibrugarh Assembly Constituency से 2016 में BJP उम्मीदवार PRASANTA PHUKAN चुनाव जीते थे। 2016 के असम विधानसभा चुनाव में Indian National Congress (INC) सत्ता से बेदखल हो गई थी, जो कि तरुण गोगोई के नेतृत्व में 2001 में सूबे में आई थी और तभी से काबिज थी। सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में भाजपा से उसे मात का सामना करना पड़ा था।
बता दें कि असम में कुल 126 विधानसभा सीटें हैं। किसी भी पार्टी को बहुमत के लिए सदन में 64 का आंकड़ा चाहिए होता है। इस बार के इलेक्शन तीन फेज में संपन्न हुए, जिसके लिए 27 मार्च से छह अप्रैल के बीच मतदान हुआ।
भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) के अनुसार, “साल 2021 के असम चुनाव के लिए 2,31,86,362 वोटर्स ने इस बार मतदान किया। इनमें 1,17,42,661 पुरुष और 1,14,43,259 महिलाएं थीं, जबकि 442 थर्ड जेंडर मतदाता थे. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण महामारी को देखते हुए इस बार ईसी ने मतदान का वक्त एक घंटा बढ़ाया था।
मौजूदा समय में एनडीए के पास असम में 71 सीटें हैं। इसमें बीजेपी की 58, असम गण परिषद (AGP) की 12 और एक निर्दलीय सीट है, जबकि UPA के खाते में 43 सीटें हैं। इनमें कांग्रेस के पाले में 19, AIUDF के पास 13 व BPF के हिस्से में 11 सीटें हैं। वहीं, 12 सीटें खाली हैं।
किनमें हैं टक्कर?: बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में क्षेत्रीय असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) है। कांग्रेस के गठबंधन में मुस्लिमों के दल के रूप में उभरा ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ़), बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (बीपीएफ़), आंचलिक गण मोर्चा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) हैं। बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (बीपीएफ़) कुछ वक्त पहले ही बीजेपी पर साझेदारों के साथ सही बर्ताव न करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के साथ चला गया था। यही नहीं, चुनाव में तीसरी ताकत के रूप में रायजोर दल (आरडी) और असम जातीय परिषद (एजेपी) का गठबंधन भी है। दोनों दल 2019 के नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान उभरे थे।