शरद पवार की पार्टी ने बारामती से सुप्रिया सुले को उतार अपना चुनावी शंखनाद कर लिया है। पार्टी की तरफ से सबसे पहला नाम सुले का ही रखा गया है और अब वे एक बार फिर बारामती से अपनी किस्मत आजमाने जा रही है। बड़ी बात ये है कि इसी सीट से अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा भी चुनाव लड़ सकती हैं। अभी तक इसका ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो लोकसभा रण में बारामती से भाभी-ननद की सियासी लड़ाई देखने को मिल सकती है।
2019 के लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले ने बीजेपी उम्मीदवार कंचन को करीब डेढ़ लाख वोटों से हराया था। वहीं 2014 में भी सुप्रिया ने 70 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी। जानकारी के लिए बता दें कि बारामती सीट से 6 बार से शरद पवार सांसद रहे हैं, 3 बार से लगातार सुप्रिया सुले जीत रही हैं और एक बार तो अजित पवार भी जीत का परचम लहरा चुके हैं। ऐसे में ये एक ऐसी सीट है जहां पर पवार परिवार का पूरा प्रभाव देखने को मिलता है। लेकिन अब जमीन पर स्थिति बदल चुकी है, एक तरफ अजीत एनडीए के साथ चले गए हैं तो वहीं दूसरी तरफ एनसीपी भी शरद पवार से छिन चुकी है।
बारामती लोकसभा सीट में 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें से दो पर बीजेपी, दो पर कांग्रेस और दो पर एनसीपी का कब्जा है। बारामती लोकसभा सीट पर मराठी वोटरों का दबदबा है और करीब 1 लाख मुस्लिम मोटर भी हैं। इस सीट पर पवार वोटरों की संख्या भी करीब 70 हजार है। तो वहीं गायकवाड 30 हजार, शिंदे 65 हजार, चौहान 25 हजार, ब्राह्मण 80 हजार, एससी 2.5 लाख हैं।
अब बारामती में इस बार क्योंकि अजित का साथ बीजेपी को है, ऐसे में जानकार मान रहे हैं कि रण दिलचस्प बन सकता है। अभी तक तो लड़ाई एकतरफा रहती थी क्योंकि पवार परिवार एकजुट था, लेकिन अब जब उसी परिवार में सियासी फूट है, माना जा रहा है कि खेल भी कुछ बड़ा हो सकता है।