अगस्त 2025 में भारत में व्हाइट-कॉलर जॉब्स मार्केट में धीरे-धीरे उछाल देखने को मिला है, जिसके चलते नौकरी जॉब स्पीक इंडेक्स (Naukri JobSpeak Index) इस साल अगस्त में 2,664 तक पहुंच गया, जो पिछले साल के अगस्त (2,576) की तुलना में 3% अधिक है। इस बढ़त का मुख्य कारण नॉन-IT सेक्टर्स में बढ़ती भर्ती है, जो यह संकेत देती है कि पारंपरिक टेक्नोलॉजी क्षेत्रों के बाहर भी नौकरी के अवसर बढ़ रहे हैं।

इंश्योरेंस सेक्टर में सबसे अधिक बढ़त

इंश्योरेंस सेक्टर ने सबसे तेज वृद्धि दर्ज की, जहां नौकरी पोस्टिंग में साल-दर-साल 24% की बढ़ोतरी हुई। इस क्षेत्र में कोलकाता (+36%) और दिल्ली-एनसीआर (+30%) प्रमुख भर्ती हब रहे। अनुभव के अनुसार, 4-7 साल के मिड-लेवल प्रोफेशनल्स में सबसे अधिक वृद्धि (+34%) देखी गई, इसके बाद फ्रेशर्स (+25%) और 8-12 साल के अनुभवी प्रोफेशनल्स (+16%) रहे।

हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल सेक्टर में मजबूत प्रदर्शन

हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल सेक्टर ने भी अगस्त में 22% साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की। दिल्ली-एनसीआर (+41%) और चेन्नई (+19%) इस सेक्टर के प्रमुख भर्ती केंद्र रहे। खास बात यह रही कि फ्रेशर भर्ती में भी 44% की वृद्धि हुई, जो इस उद्योग को शुरुआती करियर के लिए महत्वपूर्ण मार्ग बनाती है।

स्टार्टअप्स और यूनिकॉर्न्स भी बढ़ा रहे हैं अवसर

जहां IT सेक्टर में कुल मिलाकर 6% की गिरावट आई, वहीं IT स्टार्टअप्स में 10% की वृद्धि दर्ज की गई। देश भर के स्टार्टअप्स और यूनिकॉर्न्स में भी नौकरी के अवसर बढ़े। खासतौर पर हैदराबाद में स्टार्टअप भर्ती लगातार तीन महीने से सकारात्मक रही, शहर में स्टार्टअप्स में 30% और यूनिकॉर्न्स में 45% की वृद्धि हुई, जिससे हैदराबाद भारत के इनोवेशन हब के रूप में उभर रहा है।

AI-ML भूमिकाओं में जबरदस्त मांग

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के क्षेत्रों में अगस्त में 54% साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की गई। कोलकाता (+101%) और हैदराबाद (+80%) ने इस वृद्धि को नेतृत्व दिया, इसके बाद दिल्ली-एनसीआर (+72%) और चेन्नई (+67%) रहे। अनुभव के अनुसार, फ्रेशर्स के लिए नौकरियां 7% बढ़ीं और 16+ साल के अनुभवी प्रोफेशनल्स के लिए 8% की वृद्धि हुई।

नौकरी के चीफ बिजनेस ऑफिसर, पवन गोयल ने कहा, “अगस्त में दो मुख्य पैटर्न सामने आए। नॉन-IT सेक्टर्स नौकरी बाजार की वृद्धि को मुख्य रूप से बढ़ा रहे हैं, जबकि हैदराबाद स्टार्टअप भर्ती का हॉटबेड बनकर उभर रहा है।”

कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि ये रुझान भारत के रोजगार परिदृश्य में विविधता और नए अवसरों की ओर संकेत करते हैं, जो विभिन्न सेक्टर्स और शहरों में नौकरी खोजने वालों के लिए सकारात्मक संकेत हैं।