UPTET Result 2020: उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी, प्रयागराज ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) 2020 के परिणाम को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर चेक करने के लिए लिंक एक्टिवेट कर दिया है। UPTET 2020 का रिजल्ट https://updeled.gov.in/DefaultTET.aspx# पर चेक किया जा सकता है। UPTET 2020 परिणाम उसके परिणाम की घोषणा की तारीख से पांच साल के लिए मान्य होगा। जो व्यक्ति अपने स्कोर में सुधार करना चाहता है, वह UPTET परीक्षा के लिए फिर से उपस्थित हो सकता है क्योंकि इसमें प्रयास का कोई प्रतिबंध नहीं है। UPTET 2020 परिणाम UPTET नियंत्रक अनिल भूषण द्वारा घोषित किए। 29.74% उम्मीदवारों ने UPTET प्राथमिक स्तर की परीक्षा पास की है, जबकि 11.46% UPTET उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा पास की है।
UPTET results 2020: Check here
यूपीटीईटी पास करने के लिए, उम्मीदवारों को कम से कम 60 फीसदी नंबर प्राप्त करने होते हैं, जिसका अर्थ है 150 में से 90 नंबर। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को पात्रता परीक्षा को पास करने के लिए 55 प्रतिशत नंबर, मतलब 150 में से 82 नंबर लाने होते हैं। शिक्षा विभाग दो पेपर आयोजित करता है – कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों के लिए और दूसरा कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों के लिए। उन उम्मीदवारों के लिए जो दोनों पेपरों के लिए पात्रता को पूरा करते हैं, दोनों पेपरों के लिए विकल्प चुन कर सकते हैं। परीक्षा में ऑब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न होते हैं।
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Highlights
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने तय तारीख से एक दिन पहले ही परिणाम घोषित कर दिया है। यह रिजल्ट सात फरवरी को जारी करने का शासन ने आदेश दिया था।
उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 11.46 प्रतिशत कैंडिडेट्स पास हुए, जबकि कुल 29.74 प्रतिशत उम्मीदवारों ने प्राथमिक स्तर की परीक्षा पास की है।
खाद्य और सामग्री, गतिमान चीजें, चुंबकत्व, कार्बन और उसके यौगिक, ध्वनि, जीवित रहने की दुनिया, प्राकृतिक घटना और संसाधन, विज्ञान की शिक्षा, पशु पोषण, धातु और गैर-धातु
यह किसी नौकरी की परीक्षा नहीं होती है बल्कि इस परीक्षा में सफल होने वाले आवेदक अब उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन कर पाएंगे। यूपीटेट परीक्षा का आयोजन हर साल किया जाता है।
यूपीटीईटी 2019 के 64 प्रश्नों पर 1034 आपत्तियां मिली हैं। प्रत्येक प्रश्न पर आपत्ति करने के लिए पहली बार 500 रुपये फीस भी ली गई। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के क्रमश: 40 व 24 प्रश्नों के जवाब से अभ्यर्थी सहमत नहीं हैं।
शिक्षा विभाग दो पेपर आयोजित करता है - कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों के लिए और दूसरा कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों के लिए। उन उम्मीदवारों के लिए जो दोनों पेपरों के लिए पात्रता को पूरा करते हैं, दोनों पेपरों के लिए विकल्प चुन कर सकते हैं। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होंगे। एग्जाम में सब्जेक्टिव सवाल होते हैं।
13 जनवरी को उत्तर कुंजी जारी कर आपत्ति मांगी गई। 1034 आपत्तियों पर विचार कर विशेषज्ञों की जांच के बाद 31 जनवरी को संशोधित आंसर की जारी की गयी। परिणाम सात फरवरी को घोषित किया जाएगा।
यूपी परीक्षा नियमाक प्रधिकारी, प्रयागराज ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) के परिणामों की घोषणा की। बोर्ड के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा कि प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 29.74 प्रतिशत उम्मीदवार पास हुए, जबकि 11.46 प्रतिशत उम्मीदवारों ने उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा पास की।
अगर किसी कैंडिडेट को एग्जाम या फिर रिजल्ट से जुड़ी कोई समस्या है तो इन नंबरो 0532-2466769, 053-2467504 पर फोन करके या फिर इस uptethelpline@gmail.com ईमेल आईडी पर मेल करके समाधान निकाल सकते हैं।
ये परीक्षा पहले 22 दिसंबर 2019 को होने वाली थी। लेकिन उत्तर प्रदेश समेत देशभर में नागरिकता कानून (CAA 2019) को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन व हंगामे के बीच इंटरनेट सेवाएं बाधित होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
यूपीटीईटी 2019 के 64 प्रश्नों पर 1034 आपत्तियां मिली हैं। प्रत्येक प्रश्न पर आपत्ति करने के लिए पहली बार 500 रुपये फीस भी ली गई। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के क्रमश: 40 व 24 प्रश्नों के जवाब से अभ्यर्थी सहमत नहीं हैं।
सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि परिणाम में प्राथमिक स्तर में 70 फीसदी और उच्च प्राथमिक स्तर में 89 फीसदी से अधिक अभ्यर्थी फेल हो गए हैं।
खाद्य और सामग्री, गतिमान चीजें, चुंबकत्व, कार्बन और उसके यौगिक, ध्वनि, जीवित रहने की दुनिया, प्राकृतिक घटना और संसाधन, विज्ञान की शिक्षा, पशु पोषण, धातु और गैर-धातु
UPTET उत्तीर्ण करने के लिए, उम्मीदवारों को कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होते हैं, जिसका मतलब है कि 150 में से 90 अंक। उम्मीदवार जो SC / ST / OBC / स्वतंत्रता सेनानियों / पूर्व सैनिकों / विकलांग उम्मीदवारों को 55 प्रतिशत अंक प्राप्त करना जरूरी होता है, यानी 150 में से 82 अंक।
जिन उम्मीदवारों ने एग्जाम क्वालिफाई कर लिया है, वे अपना स्कोर सुधारने के लिए दोबारा भी परीक्षा दे सकते हैं। UPTET परीक्षा देने के लिए नंबर ऑफ अटेम्प्ट्स की कोई सीमा नहीं है।
जिन उम्मीदवारों ने अभी अपना रिजल्ट चेक नहीं किया है, वे अपना रिजल्ट फौरन करने के लिए यहां क्लिक करें।
UPTET 2019 परीक्षा में 354703 अभ्यर्थी पास हुए हैं। यानी 23.41 फीसदी परीक्षार्थी UPTET में पास हुए हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी दफ्तर के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 29.74 प्रतिशत तो उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में मात्र 11.46 प्रतिशत परीक्षार्थी ही सफल हुए हैं।
UPTET 2019 की प्राथमिक स्तर की भर्ती परीक्षा में कुल 2.94 लाख (2,94,365) उम्मीदवार पास हुए हैं जबकि 60,068 उम्मीदवारों ने उच्च प्राथमिक स्तर की भर्ती परीक्षा पास की है। कुल 3.55 लाख उम्मीदवार इस बार की परीक्षा में पास हुए हैं।
स्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in अथवा upbasiceduboard.gov.in पर जाएं।
स्टेप 2: डाउनलोड ’रिजल्ट’ लिंक पर क्लिक करें।
स्टेप 3: चयनित उम्मीदवारों की सूची के साथ एक पीडीएफ फाइल स्क्रीन पर दिखाई देगी।
स्टेप 4: इसे डाउनलोड करें और ज़रूरत पड़ने पर प्रिंट आउट ले लें।
बता दें कि, इस साल केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) दिसंबर 2019 में 5.42 लाख कैंडिडेट्स ने क्वॉलिफाई किया था। 8 दिसंबर, 2019 को आयोजित भर्ती परीक्षा में कुल 24.05 लाख उम्मीदवार उपस्थित हुए थे।
दो अलग अलग लेवल की परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं- कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों के लिए और दूसरी कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों के लिए। उन उम्मीदवारों के लिए जो दोनों पेपरों के लिए पात्रता को पूरा करते हैं, दोनों पेपरों के लिए विकल्प चुन कर सकते हैं।
आठ जनवरी, 2020 यूपीटीईटी में बुधवार को जब विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर करीब 15.15 लाख अभ्यर्थी अपनी मेहनत आजमाने पहुंचे थे, तब स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) व पुलिस की संयुक्त टीमों की नजर नकल कराने वाले गिरोहों पर टिकी थीं। उत्तर प्रदेश के सात जिलों में सॉल्वर गिरोह के 37 सदस्य पकड़े गए थे।
UPTET परीक्षा क्वालिफाइंग नेचर की परीक्षा है इस परीक्षा को पास होने के लिए केवल क्वालिफाई करना जरूरी है। सामान्य वर्ग के आवेदकों को 60 फीसदी अंक लाने होंगे यानी आवेदकों को 150 में से 90 अंक क्वलिफाई करने के लिए हासिल करने होंगे।
स्टूडेंट्स आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग-इन कर अपना रिजल्ट और मार्क्स चेक कर सकते हैं। स्टूडेंट्स अपना रजिस्ट्रेशन नंबर, ओटीपी और कैप्चा कोड सब्मिट कर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। छात्रों के मार्क्स भी कल वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिए गए थे।
अपर प्राइमरी लेवल की परीक्षा में कुल 11.46 प्रतिशत कैंडिडेट्स पास हुए हैं। कुल 29.74 प्रतिशत उम्मीदवारों ने प्राथमिक स्तर की परीक्षा पास की है। परीक्षा के रिजल्ट 07 फरवरी को जारी कर दिए गए थे।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा, UPTET के पेपर 1 के लिए लगभग 10 लाख उम्मीदवार और पेपर 2 के लिए 5 लाख से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए।
प्राथमिक शिक्षा से सम्बन्धित गैर सरकारी निजी विद्यालयों को मान्यता एवं सामान्य नियंत्रण के कार्य हेतु उत्तर प्रदेश बेशिक शिक्षा परिषद का गठन 25 जुलाई 1972 को किया गया था। ऐसे विद्यालयों कि देख रेख हेतु मण्डल स्तर पर मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक ) तथा जनपद स्तर पर बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा विकास खण्ड स्तर पर खण्ड शिक्षा अधिकारियों कि व्यवस्था रखी गई।
शिक्षा विभाग दो पेपर आयोजित करता है - कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों के लिए और दूसरा कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों के लिए। उन उम्मीदवारों के लिए जो दोनों पेपरों के लिए पात्रता को पूरा करते हैं, दोनों पेपरों के लिए विकल्प चुन कर सकते हैं। परीक्षा में ऑब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न होते हैं।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) के परिणाम वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। उम्मीदवार वेबसाइट- updeled.gov.in या upbasiceduboard.gov.in के माध्यम से परिणाम की जांच कर सकते हैं
इतिहास, भूगोल, सामाजिक और राजनीतिक विज्ञान, शैक्षणिक मुद्दे। प्रत्येक विषय में उप-धारा शामिल है - पहले किसान और चरवाहे, पहले शहर, शुरुआती राज्य, नए विचार, पहला साम्राज्य, दूर देश के संपर्क, राजनीतिक घटनाक्रम, संस्कृति और विज्ञान, नए राजा और राज्य, दिल्ली के सुल्तान वास्तुकला, एक साम्राज्य का निर्माण, सौर मंडल में पृथ्वी, ग्लोब, प्राकृतिक और मानव पर्यावरण, संसाधन और उनके प्रकार जिनमें प्राकृतिक और मानव, कृषि, रहन-सहन, लोकतंत्र, राज्य सरकार, मीडिया को समझना, लिंग को खोलना, संविधान, संसदीय सरकार, सामाजिक न्याय और हाशिए पर।
फूड एंड मटेरियल, मूविंग थिंग्स, मैग्नेटिज्म, कार्बन और उसके कंपाउंड्स, साउंड, द लिविंग की दुनिया, प्राकृतिक घटना और संसाधन, विज्ञान की शिक्षा, पशु पोषण, धातु और गैर-धातु के लिए पाठ्यक्रम
सामान्य और ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों को 600 रुपये का आवेदन शुल्क देना होगा और एससी / एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क के रूप में 400 रुपये का भुगतान करना होगा
प्राथमिक शिक्षा से सम्बन्धित गैर सरकारी निजी विद्यालयों को मान्यता एवं सामान्य नियंत्रण के कार्य हेतु उत्तर प्रदेश बेशिक शिक्षा परिषद का गठन 25 जुलाई 1972 को किया गया था। ऐसे विद्यालयों कि देख रेख हेतु मण्डल स्तर पर मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक ) तथा जनपद स्तर पर बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा विकास खण्ड स्तर पर खण्ड शिक्षा अधिकारियों कि व्यवस्था रखी गई।
यूपीटीईटी की परीक्षा दो पेपरों में आयोजित होती है - कक्षा 1 से 5 के लिए शिक्षकों के लिए पेपर-1 और कक्षा 6 से 8 के लिए पेपर-2 और उन उम्मीदवारों के लिए जो दोनों पेपरों के लिए पात्रता को पूरा करते हैं, दोनों पेपरों के लिए विकल्प होते हैं। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न आते हैं।
UPTET 2019 पास करने वाले सभी उम्मीदवारों को पात्रता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा जो पांच साल के लिए वैध होगा। प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद, सफल उम्मीदवार उत्तर प्रदेश के स्कूलों में आवेदन कर सकेंगे।
इस साल, कुल 3, 54, 703 उम्मीदवारों ने सफलतापूर्वक UPTET 2019 परीक्षा उत्तीर्ण की है
13 जनवरी को उत्तर कुंजी जारी कर आपत्ति मांगी गई। 1034 आपत्तियों पर विचार कर विशेषज्ञों की जांच के बाद 31 जनवरी को संशोधित आंसर की जारी की गयी। परिणाम सात फरवरी को घोषित किया जाएगा।
समय पर केंद्र न पहुंच पाने से कुछ की परीक्षा भी छूट गई थी। ये परीक्षा पहले 22 दिसंबर 2019 को होने वाली थी। लेकिन उत्तर प्रदेश समेत देशभर में नागरिकता कानून (CAA 2019) को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन व हंगामे के बीच इंटरनेट सेवाएं बाधित होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
शिक्षा विभाग दो पेपर आयोजित करता है - कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों के लिए और दूसरा कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षकों के लिए। उन उम्मीदवारों के लिए जो दोनों पेपरों के लिए पात्रता को पूरा करते हैं, दोनों पेपरों के लिए विकल्प चुन कर सकते हैं। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होंगे। एग्जाम में सब्जेक्टिव सवाल होते हैं।
इस परीक्षा का आयोजन बुधवार, 8 जनवरी 2020 को किया गया था। हालांकि बारिश और भारत बंद के कारण कई अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा।