संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की 2015 की परीक्षा में दिल्ली की टीना डाबी ने सर्वोच्च स्थान हासिल किया है। यूपीएससी ने मंगलवार को परीक्षा परिणाम घोषित किया। परीक्षा में जम्मू-कश्मीर के अतहर आमिर उल शफी खान दूसरे स्थान पर रहे हैं और दिल्ली के ही जसमीत सिंह संधू ने तीसरा स्थान हासिल किया है।

अपनी पहली ही कोशिश में अव्वल रहने वालीं 22 साल की टीना ने राजधानी के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक किया है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह मेरे के लिए गर्व करने वाला क्षण है। दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले से ताल्लुक रखने वाले 23 साल के अतहर का सिविल सेवा परीक्षा में यह दूसरा प्रयास है। 2014 के अपने पहले प्रयास में वे भारतीय रेल यातायात सेवा (आइआरटीएस) के लिए चुने गए थे। वे फिलहाल लखनऊ में भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान में प्रशिक्षण ले रहे हैं।

अतहर के मुताबिक उनका सपना साकार हो गया। उन्होंने कहा कि मैं लोगों की बेहतरी के लिए काम करने में कोई कसर नहीं रखूंगा। मैंने जम्मू-कश्मीर कैडर का चुनाव भी किया है। अगर मुझे वहां काम करने का मौका मिला तो खुशी होगी। मुझे लगता है कि मेरे राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने की बहुत गुंजाइश है।

इस परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल करने वाले जसमीत के पिता भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में काम करते हैं। जसमीत ने अपनी कामयाबी के लिए माता-पिता और शिक्षकों का आभार जताया है। वे 2014 में भी लोक सेवा परीक्षा में सफल हुए थे और भारतीय राजस्व सेवा के लिए चुने गए थे। फिलहाल वे फरीदाबाद स्थित राष्ट्रीय सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क व नारकोटिक्स अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं। यह उनका चौथा प्रयास था।

यूपीएससी के मुताबिक, इस बार लोक सेवा परीक्षा में कुल 1,078 लोग चुने गए हैं, जिनमें सामान्य श्रेणी के 499, ओबीसी कोटे के 314, अनुसूचित जाति कोटे के 176 और अनुसूचित जनजाति कोटे के 89 लोग शामिल हैं। वहीं 172 अभ्यर्थियों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। सबसे आकर्षक समझे जाने वाले आइएएस में 180 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जबकि विदेश सेवा के लिए 45 और भारतीय पुलिस सेवा के लिए 150 को चुना गया है।