UPSC CSE के फाइनल रिजल्ट में प्रयागराज की शक्ति दुबे ने फर्स्ट रैंक हासिल की है। दूसरे स्थान पर हर्षिता गोयल रही हैं। कुल 1000 से अधिक कैंडिडेट शॉर्टलिस्ट हुए हैं। यूपी के प्रयागराज जिले की रहने वालीं शक्ति दुबे ने ऑल इंडिया रैंकिंग 1 हासिल की है। 7 साल की कड़ी मेहनत के बाद अब शक्ति दुबे IAS ऑफिसर बनने जा रही हैं।
कौन हैं शक्ति दुबे?
प्रयागराज में जन्मी शक्ति दुबे एक मध्यम परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा और ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई प्रयागराज से ही पूरी की। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। पीजी होने के बाद उन्होंने 2018 से सिविल सेवा की तैयारी शुरू की थी।
पिता को देखकर IAS बनने की आई सोच
UPSC इंटरव्यू में शक्ति दुबे ने अपने बारे में बात करते हुए कहा था कि सिविल सेवा में शामिल होने के अपने फ़ैसले का श्रेय वह अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि को देती हैं। शक्ति के पिता पुलिस सर्विस में हैं और उन्होंने अपने पिता से ही प्रेरित होकर सिविल सेवा में जाने का फैसला किया था।
BHU में हुआ था सिविल सेवा में जाने का एहसास
उन्होंने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि मुझे BHU में हॉस्टल में रहते हुए ही यह एहसास हो गया था कि पुलिस या उसकी गाड़ी किसी व्यक्ति को सुरक्षित महसूस कराती है। मुझे यह एहसास होने के बाद मैंने ठाना कि कैसे एक छोटी सी शक्ति किसी के लिए बदलाव ला सकती है और कैसे बड़े पैमाने पर सिविल सेवा लोगों को लाभान्वित कर रही है। इसी तरह मैं इस सेवा के आकर्षित हुई थी।
शक्ति दुबे ने अपने करियर के निर्णय में अपने माता-पिता की भूमिका को भी स्वीकार किया और कहा था कि सिविल सेवा का विकल्प चुनने से पहले उन्होंने उनसे सलाह ली थी और वे पूरी यात्रा में उनके साथ खड़े रहे।