उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) ने 9वीं और 10वीं कक्षा के सिलेबस में बदलाव किए हैं। यूपी बोर्ड हाई स्कूल छात्रों के सेशन 2018-19 से प्राथमिक गणित विषय (elementary mathematics) को समाप्त करने जा रहा है। बोर्ड ने नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन, रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) का सिलेबस लागू करने का फैसला लिया है जिसके मद्देनजर यह बदलाव किया गया है। सेशन 2017-18 तक छात्रों को गणित, प्राथमिक गणित और होम साइन्स (लड़कियों के लिए) विषयों के विकल्प में से चुनने की सुविधा मिलती थी। हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा, “अभी तक 9वीं और 10वीं के छात्रों के लिए मैथ और एलिमेंट्री मैथ अनिवार्य था लेकिन सेशल 2018-19 से NCERT का सिलेबस लागू होगा जिसके बाद एलिमेंट्री मैथ को जारी रखने में कोई लाभ नहीं।”
हालांकि बोर्ड 2019 में उन छात्रों के लिए प्राथमिक गणित परीक्षा का आयोजन कराएगा जिन्होंने सेशन 2017-18 में इसका विकल्प चुना था। 2019 के बाद प्राथमिक गणित की कोई परीक्षा नहीं होगी। प्राथमिक गणित विषय का सिलेबस गणित की तुलना में आसान माना जाता है। 11वीं कक्षा के जो छात्र साइन्स स्ट्रीम में दाखिल होना चाहते हैं वे अमूमन गणित विषय ही चुनते हैं जबकि अन्य छात्र प्राथमिक गणित का विकल्प चुनना पसंद करते हैं। 2018 की हाई स्कूल परीक्षाओं के लिए 1,48,755 छात्रों ने प्राथमिक गणित विषय चुना था जबकि 25,21,353 छात्रों ने प्राथमिक गणित का विकल्प चुना था।
NCERT पैटर्न इसी वर्ष अप्रैल महीने से फॉलो किया जाएगा। वहीं लड़कियों को गणित या होम साइन्स में से चुनने के विकल्प मिलेंगे। इससे पहले गणित, प्राथमिक गणित और होम साइन्स (सिर्फ लड़कियों के लिए) विषयों के विकल्प दिए जाते थे। गौरतलब है यूपी बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने से पहले उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने का फैसला लिया था। परीक्षा आयोजन में पारदर्शिता बनाए रखने और नकल रोकने के लिए यह फैसला लिया गया था।
