मेडिकल कॉलेजों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए नीट परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कट-आॅफ मार्क्स में 7.5 पर्सेंटाइल की कटौती का फैसला लिया है जिससे लगभग 9,000 अतिरिक्त विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।  राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित नीट-पीजी, 2017 के लिए सभी वर्गो के परीक्षार्थियों के लिए न्यूनतम अहर्ता अंक में 7.5 पर्सेंटाइल की कटौती की गई है। पहले न्यूनतम योग्यता मापदंड सामान्य वर्ग के लिए 50 पर्सेंटाइल, आरक्षित वर्ग के लिए 40 और दिव्यांगों के लिए 45 पर्सेंटाइल था। इन्हें अब घटाकर सामान्य वर्ग के लिए 42.5, आरक्षित वर्ग के लिए 32.5 और दिव्यांगों के लिए 37.5 पर्सेंटाइल कर दिया गया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआइ) के नियमों के मुताबिक, यदि पर्याप्त संख्या में अभ्यर्थी न्यूनतम अंक लाने में नाकाम रहते हैं तो एमसीआइ की सलाह से न्यूनतम अहर्क अंक को उस अकादमिक सत्र के लिए कम किया जा सकता है। इस तरह केंद्र सरकार का यह निर्णय केवल अकादमिक सत्र 2017 के लिए लागू होगा। कुछ राज्यों से केंद्र को यह कहा गया था कि कुछ वर्गों के लिए उपलब्ध सीटें खाली रह सकती हैं क्योंकि पर्याप्त संख्या में अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हैं।