कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने 12 सितंबर से शुरू हुई संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) परीक्षा 2025 को लेकर एक नई एडवाइजरी जारी की है। आयोग की यह एडवाइजरी इस परीक्षा में नकल और गड़बड़ी को रोकने के संबंध में जारी की गई है। आयोग ने साफ किया है कि 12 सितंबर से 26 सितंबर 2025 तक चलने वाली सीजीएल परीक्षा में कदाचार में लिप्त पाए जाने वाले छात्रों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
आयोग के अनुसार, देशभर के विभिन्न केंद्रों पर चल रही इस परीक्षा में हर उम्मीदवार की गतिविधियों पर निगरानी की जा रही है। इसके लिए उन्नत डिजिटल सुरक्षा सुविधाएं तैनात की गई हैं। आयोग ने एडवाइजरी में कहा है कि यदि परीक्षा के दौरान किसी उम्मीदवार द्वारा नकल या तकनीकी गड़बड़ी की कोशिश पकड़ी जाती है, तो परीक्षा को तत्काल रोका नहीं जाएगा, ताकि अन्य परीक्षार्थियों को असुविधा न हो, लेकिन बाद में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर ऐसे उम्मीदवारों पर एक्शन लिया जाएगा।
आयोग ने अब कुछ केंद्रों में उम्मीदवारों के टर्मिनलों पर रिमोट टेकओवर और सिस्टम हैकिंग के प्रयास देखे हैं। आयोग ने कहा है कि ऐसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और परीक्षा प्रक्रिया समाप्त होने के बाद, दोषी पाए गए उम्मीदवारों पर कठोर कार्रवाई करते हुए उन्हें परीक्षा से वंचित कर दिया जा रहा है। इसके अलावा उम्मीदवारों और ऐसी कदाचार में सहयोग करने वाले किसी भी केंद्र के विरुद्ध आवश्यक आपराधिक कार्यवाही भी शुरू की जा सकती है।
कर्मचारी चयन आयोग ने एक बार फिर सभी उम्मीदवारों को किसी भी तरह की कदाचार में शामिल न होने की सलाह दी है और निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित करने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया है। आयोग ने यह भी बताया कि सीजीएल परीक्षा देशभर में सुचारू रूप से चल रही है। अब तक 2,435 शिफ्ट्स में से केवल 25 शिफ्ट्स ही रद्द की गई हैं, जिससे 7,705 उम्मीदवार प्रभावित हुए हैं।