Republic Day Essay in Hindi 2024, Gantantra Diwas Par Nibandh in Hindi: 26 जनवरी को भारत गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है। यह वह तारीख जब 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था। गणतंत्र दिवस को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। 26 जनवरी को स्कूल-कॉलेजों से लेकर सरकारी दफ्तरों और रेसिडेंशियल सोसाइटी तक में झंडारोहण किया जाता है। स्कूल-कॉलेजों में निबंध और भाषण जैसी कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाता है। स्कूलों में गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध  लिखने को कहा जाता है। इस निबंध के जरिए बच्चों को गणतंत्र दिवस के महत्व को समझाने की कोशिश होती है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध

भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में भारत के लोगों द्वारा बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य होने के महत्व को सम्मान देने के लिये इसको मनाया जाता है। इस दिन को भारत सरकार द्वारा पूरे देश में राजपत्रित अवकाश के रूप में घोषित किया गया है। हम सभी को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हम भारत जैसे देश के नागरिक हैं जो गणतांत्रिक होने के साथ-साथ लोकतांत्रिक भी है और जहां सभी को समान अधिकार प्राप्त हैं।

गणतंत्र दिवस का इतिहास

15 अगस्त 1947 को हमें ब्रिटिश शासन से आजादी तो मिल गई, लेकिन हमारे देश में अभी भी एक ठोस संविधान का अभाव था। एक विशेष संविधान बनाने की सख्त जरूरत थी जो भारत के सभी विचारों को प्रतिबिंबित करें। डॉ. बीआर अंबेडकर ने 28 अगस्त, 1947 को एक संवैधानिक मसौदा समिति का नेतृत्व किया। मसौदा तैयार करने के बाद, इसे 4 नवंबर, 1947 को उसी समिति द्वारा संविधान सभा में प्रस्तुत किया गया। यह पूरी प्रक्रिया बहुत विस्तृत थी और इसमें 166 दिन लग गए। इसके अलावा, समिति द्वारा आयोजित सत्र जनता के लिए खुले रखे गए थे। चुनौतियों और कठिनाइयों से कोई फर्क नहीं पड़ता, हमारी संवैधानिक समिति ने सभी के अधिकारों को शामिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसका उद्देश्य सही संतुलन बनाना था ताकि देश के सभी नागरिक अपने धर्म, संस्कृति, जाति, लिंग, पंथ और अन्य से संबंधित समान अधिकारों का आनंद ले सकें। आखिरकार उन्होंने 26 जनवरी 1950 को देश के सामने आधिकारिक भारतीय संविधान प्रस्तुत किया।

गणतंत्र दिवस का महत्व

भले ही हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, परंतु भारत को उसका वास्तविक अस्तित्व 26 जनवरी को ही मिला है। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस का पर्व हमारे लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि हमारे देश का संविधान व इसका गणतांत्रिक रूप ही हमारे देश को कश्मीर से कन्याकुमारी तक जोड़ता है। यह वह दिन है जब हमारा देश विश्व मानचित्र में गणतंत्र के रूप में स्थापित हुआ। इस दिन हम सभी नागरिकों को प्रतिज्ञा करनी चाहिए कि हम भारत के संविधान की गरिमा को बनाए रखेंगे। इसकी रक्षा करेंगे और शांति व समरसता को बनाए रखेंगे और देश के विकास में सहयोग देंगे।

गणतंत्र दिवस समारोह

गणतंत्र दिवस पर देश के सभी राज्यों की राजधानियों और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित होते हैं। नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ की जाती है। इतना ही नहीं इसके बाद तीनों सेनाओं द्वारा परेड होती है। जो सामान्यतः: विजय चौक से शुरू होती है और इंडिया गेट पर जाकर खत्म होती है। इस दौरान राष्ट्रपति को तीनों भारतीय सेनाओं द्वारा सलामी दी जाती है। साथ ही अत्याधुनिक हथियारों और टैंकों का प्रदर्शन भी सेना के द्वारा किया जाता है। राज्यों की झांकियों की प्रदर्शनी, पुरस्कार वितरण, मार्च पास्ट आदि क्रियाएं भी होती हैं।

निष्कर्ष

गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि हम भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करेंगे और हमेशा एकजुट रहेंगे। भारत को विश्वव्यापी ताकत बनाने का जो सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था उसे हम हर हाल में पूरा करेंगे। ये ही गणतंत्र की असली पहचान होगी।