PM Modi Smart India Hackathon 2020: स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 के ग्रैंड फिनाले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समारोह को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। पीएम मोदी ने कहा कि, हमें हमेशा से गर्व रहा है, कि बीती सदियों में हमनें दुनिया को एक से बढ़कर एक बेहतरीन साइंटिस्ट, टेक्नीशियन, टेक्नोलॉजी एंटरप्राइज लीडर्स हमनें दिए हैं। लेकिन यह 21वीं सदी है और तेजी से बदलती हुई दुनिया में भारत को अपने वही पुरानी भूमिका और उसको निभाने के लिए और अधिक तेजी से हमें खुद को भी बदलना होगा। उन्होंने ट्विट किया, ‘स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के माध्यम से भी बीते सालों में अद्भुत Innovations देश को मिले हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस Hackathon के बाद भी आप सभी युवा साथी, देश की जरूरतों को समझते हुए, देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, नए-नए solutions पर काम करते रहेंगे।’
दरअसल, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की जानकारी के मुताबिक, इस समारोह के दौरान 10,000 से अधिक छात्र सरकारी विभागों और उद्योगों से 243 समस्या बयानों को हल करने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। एचआरडी मंत्री ने 1-3 अगस्त से निर्धारित हैकाथॉन इवेंट के समापन की योजना को अंतिम रूप देने के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। वहीं पीएम ने अपने पर्सनल हैंडल से ट्वीट किया था कि, ‘युवा भारत प्रतिभाओं से भरा है! स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 का ग्रैंड फिनाले इनोवेशन और एक्सीलेंस की इस भावना को दर्शाता है। 1 अगस्त को शाम 4:30 बजे, हैकाथॉन के फाइनलिस्ट के साथ बातचीत करने और उनके कामों के बारे में अधिक जानने का इंतजार है।’
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन हैकाथॉन के ग्रैंड फिनाले को संबोधित किया है। एचआरडी मंत्री निशंक ने कहा है कि COVID-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए, सभी प्रतिभागियों को जोड़ने के लिए ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि, इस साल, 10,000 से अधिक छात्र होंगे जो केंद्र सरकार के 37 विभागों, 17 राज्य सरकारों और 20 उद्योगों से 243 समस्याओं का हल करने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।’ हर एक समस्या को हल करने वाले छात्र पुरस्कार राशि दी जाती है, जिसमें तीन विजेता होते हैं, पहले विजेत को एक लाख रुपए, दूसरे विजेता को 75000 रुपए और तीसरे विजेता को 50 हजार रुपए की इनाम राशि दी जाती है।
Highlights
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 के ग्रैंड फिनाले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, समाज के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को बेहतर जीवन और सहजता प्रदान करने के लिए युवाओं ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मेरा मानना है कि कोई चुनौती नहीं है जिसे हमारे युवा हल नहीं कर सकते।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विद्यार्थी विज्ञान मंथन (VVM) 2020-21 का शुभारंभ किया।
भारत को 21वीं सदी में प्रभावी बने रहने के लिए तेजी से बदलना होगा। 21वीं सदी के तकनीक को साथ लेकर शिक्षा पर ध्यान देना जरूरी। कुछ छात्र परिवार और दोस्तों के दबाव में विषय चुनते हैं। अनेक क्षेत्रों में स्कॉलरशिप को बढ़ावा देना जरूरी है। छात्रों की अकाक्षाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है नई शिक्षा नीति।
पीएम मोदी ने कहा कि, शिक्षा तक पहुंच के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति बड़ा कदम है, जो प्राथमिक शिक्षा से शुरू होगा। उन्होंने ट्विट किया, उच्च शिक्षा में 2035 तक सकल नामांकन अनुपात (Gross Enrolment Ratio) को 50 प्रतिशत तक बढ़ाना उद्देश्य है।
पीएम मोदी ने कहा कि, हमें हमेशा से गर्व रहा है, कि बीती सदियों में हमनें दुनिया को एक से बढ़कर एक बेहतरीन साइंटिस्ट, टेक्निशीयन, टेक्नोलॉजी इंटरप्राइज लीडर्स हमनें दिए हैं। लेकिन यह 21वीं सदी है और तेजी से बदलती हुई दुनिया में भारत को अपने वही पुरानी भुमिका और उसको निभाने के लिए और अधिक तेजी से हमें खुद को भी बदलना होगा।
पीएम ने कहा, फोकस इस बात पर है कि छात्र आपसे क्या अपेक्षा करता है, इसके बजाय सीखना चाहता है। एनईपी में, लचीलेपन को बहुत महत्व दिया गया है। कई प्रविष्टियों और बाहर निकलने के प्रावधान हैं। हमारी शिक्षा प्रणाली में इस तरह के लचीलेपन की लंबे समय से जरूरत थी। मुझे खुशी है कि एनईपी इस पहलू पर काम कर सकता है,
छात्रों की एक टीम ने कॉर्पोरेट्स के प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए एक डेटा-चालित समाधान बनाया। छात्रों का दावा है कि उनका उत्पाद अधिक सूचित निवेश निर्णय लेने में सक्षम होगा। पीएम ने सवाल किया कि क्या सरकार में भी इसके आवेदन होंगे?
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, एर्नाकुलम में बैठकर, आप नॉर्थ ईस्ट के लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए उत्पाद बना रहे हैं। यह एक भारत श्रेष्ठ भारत के विचार को शक्ति प्रदान करता है, उन छात्रों में से एक ने चर्चा की जिन्होंने कम कनेक्टिविटी के मुद्दों को सुधारने के लिए एक समाधान बनाया।
एचआरडी मंत्री ने बताया कि, इस साल, 10,000 से अधिक छात्र होंगे जो केंद्र सरकार के 37 विभागों, 17 राज्य सरकारों और 20 उद्योगों से 243 समस्याओं का हल करने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।'
बयान के मुताबिक 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन' हमारे देश के सामने आने वाली चुनौतियों को हल करने के लिए नई और डिजिटल प्रौद्योगिकी नवाचारों की पहचान करने की एक पहल है। 'यह युवा मस्तिष्क में एक अलग सोच को बढ़ावा देने में बेहद सफल साबित हुआ है।'
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2020 के ग्रैंड फिनाले की शुरुआत कुछ ही देर में होने वाली है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य समापन समारोह को संबोधित करेंगे। आप पीएम मोदी को इस यूट्यूब लिंक https://youtu.be/_k0q42n8-pc पर विजिट करके भी देख सकते हैं।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्विट कर दी जानकारी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले को संबोधित करेंगे। एचआरडी मंत्री निशंक ने कहा है कि COVID-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए, सभी प्रतिभागियों को जोड़ने के लिए ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा।