दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगले एकेडमिक सेशन से 1 साल का पीजी डिग्री कोर्स शुरू करने पर विचार यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। यह कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप होगा। जानकारी के मुताबिक, इस डिग्री कोर्स को लेकर एक मसौदा प्रस्ताव 27 दिसंबर को डीयू की अकादमिक परिषद की बैठक में चर्चा के लिए लाया जाएगा और अगर उस मीटिंग में इस ड्राफ्ट पर सहमित बन जाती है तो इसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।

कई शिक्षकों ने की है इसकी आलोचना

बता दें कि नया फ्रेमवर्क राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा जारी स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए पाठ्यक्रम और क्रेडिट ढांचे के अनुरूप है। जबकि योजना में कुछ बदलाव किए गए हैं, कुछ शिक्षकों ने इसकी आलोचना की है, उनका दावा है कि इसे मंजूरी के लिए जल्दबाजी में लाया जा रहा है। डीयू में पहले ही चार वर्षीय ग्रेजुएश कार्यक्रम लागू है। मौजूदा समय में तीसरे सेमेस्टर में जो छात्र पढ़ रहे हैं वह उसी कार्यक्रम के तहत दाखिला लेने वाले हैं।

CAT Result 2024 Out: कैट रिजल्ट हुआ जारी, डायरेक्ट लिंक से iimcat.ac.in पर देखें स्कोरकार्ड

डीयू में अभी क्या है वर्तमान स्थिति?

दिल्ली यूनिवर्सिटी में अभी चार वर्षीय यूजी कोर्स हैं। इसके तहत छात्र पहले, दूसरे और तीसरे साल में कोर्स से बाहर हो सकते हैं। चार वर्षीय ग्रेजुएशन के तहत जो स्टूडेंट्स पहले साल में बाहर होते हैं। उन्हें सर्टिफिकेट और दूसरे साल में कोर्स छोड़ने वाले को डिप्लोमा और तीन साल पूरे वाले को डिग्री दी जाएगी। वहीं चार वर्षीय कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंटस को डिग्री के साथ ऑनर्स दिया जाएगा, लेकिन इस ड्राफ्ट के लागू होने के बाद 1 साल की पढ़ाई के बाद भी डिग्री प्राप्त हो सकेगी।

नए कोर्स से क्या होगा फायदा?

बता दें कि अगर 27 दिसंबर को बैठक में इस कोर्स को अनुमति मिल जाती है तो स्टूडेंट्स एक वर्षीय या दो वर्षीय पीजी कोर्स का चयन कर करते हैं। इसके लिए उन्हें चार के डिग्री कोर्स में दाखिला लेने की जरूरत नहीं होगी। चार वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स पूरा करने वाले छात्र एक वर्षीय और चार वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स से तीन साल बाद बाहर होने वाले दो वर्षीय पीजी कोर्स का चयन कर सकेंगे।

वहीं एक वर्षीय पीजी कोर्स में छात्रों को 44 क्रेडिट और दो वर्षीय पीजी कोर्स में 88 क्रेडिट दिए जाएंगेय़ यूजीसी दिशानिर्देशों के अनुसार, दो साल की डिग्री को 6.5 के स्तर पर वर्गीकृत किया जाएगा, जबकि एक साल की डिग्री 7 के स्तर पर होगी।