NTA ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) का एडमिट कार्ड 25 अगस्त को जारी किया। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, शुरुआती 8 घंटों में 8 लाख से अधिक छात्रों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए थे। NEET 2020 परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जानी है जिसकी तैयारी एजेंसी ने पूरी कर ली है। NTA ने जेईई मेन एग्जाम से पहले ही 13 करोड़ रुपए के खर्च से 10 लाख मास्क, 6 हजार लीटर सैनिटाइजर, डिसिफेंक्टेंट लिक्विड, स्पॉन्ज आदि का इंतेजाम किया है। परीक्षाएं पूरी सावधानी से आयोजित करने के लिए एजेंसी एग्जाम के दौरान छात्रों को सेनिटाइजर और मास्क बांटेगी।
NEET Admit Card 2020 LIVE: Check here
हालांकि, परीक्षा को स्थगित करने की मांग अभी भी जारी है। छात्र, अभिभावक के साथ बड़े राजनेता भी आगे आकर परीक्षाओं का विरोध कर रहे हैं और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक तथा प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता आज भी परीक्षा स्थगित करने की मांग के साथ धरना प्रदर्शन करने वाले हैं। ऐसे में परीक्षा पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं। ताजा अपडेट्स देखने के लिए हमारे साथ बने रहें।
JEE Mains 2020, NEET 2020 Latest News: LIVE Updates
Highlights
बीजेपी नेता और राज्यसभा सासंद सुब्रमण्यम स्वामी लगातार JEE-NEET 2020 सितंबर परीक्षा आयोजन का विरोध कर रहे हैं। एक बार फिर उन्होंने ट्विट कर सवाल उठाया है कि क्या मुख्यमंत्रियों के पास कोई शक्ति नहीं है। उन्होंने ट्विट किया, 'एनईईटी और जेईई परीक्षा का विरोध करने वाले 11 सीएम के साथ कोर्ट जाने की क्या जरूरत है? क्या सीएम के पास कोई शक्ति नहीं है?'
यूपी सरकार, NEET 2020 और जेईई मेन परीक्षा आयोजन का समर्थन कर रही है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि 9 अगस्त को राज्य में बीएड की परीक्षा आयोजित की गई थी जिसमें लगभग 5 लाख अभ्यर्थी उपस्थित हुए थे। उनमें से किसी को भी COVID जोखिमों के बारे में कोई चिंता नहीं है।
NTA ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसने परीक्षा के आयोजन से पहले और बाद में केंद्रों को सेनिटाइज़ करने, छात्रों को नए मास्क और हाथ के दस्ताने बांटने की पूरी व्यवस्था की है।
विपक्ष के नेता और राज्यसभा मंत्री ने गुलाम नबी आज़ाद ने इस महामारी में NEET, JEE परीक्षा आयोजित करने को लेकर उम्मीदवारों की ओर से चिंता व्यक्त की है।
IIT दिल्ली ने आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर JEE Advanced 2020 के लिए संशोधित ब्रोशर जारी कर दिया है। इसके अनुसार, JEE Advanced के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 सितंबर से शुरू होंगे और 16 सितंबर (शाम 5 बजे) तक जारी रहेंगे। आवेदन शुल्क का भुगतान करने की अंतिम तिथि 17 सितंबर है। परीक्षा 27 सितंबर को आयोजित की जाएगी।
याचिका को खारिज करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा था कि अदालत को अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि परीक्षा पर्याप्त सावधानी के साथ आयोजित की जाएगी। आयोग ने अदालत को बताया है कि एग्जाम सेंटर्स की गिनती दोगुनी कर दी गई है तथा अन्य जरूरी सावधानियों के साथ ही परीक्षा होगी।
NTA ने जानकारी दी है कि JEE Main परीक्षा के लिए शिफ्ट्स की गिनती भी 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। हर शिफ्ट में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की गिनती 1.32 लाख से घटाकर अब 85 हजार कर दी गई है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके।
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि वे परीक्षाएं रद्द कराने की मांग को लेकर दोबारा सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और पुर्नविचार याचिका दायर करेंगे। NTA परीक्षा आयोजित करने के लिए पूरी तरह तैयार है जबकि परीक्षाओं का विरोध और तेज होता जा रहा है।
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया है।
जस्टिस एल नागेश्वर राव, हेमंत गुप्ता और एस रवींद्र भट की पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि विदेशी छात्रों को परीक्षा देने के लिए वंदे भारत मिशन की उड़ानों में भारत आने की अनुमति रहेगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्र अब तक NTA JEE Mains 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। इसका अर्थ है कि छात्र परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। कुल रजिस्टर्ड 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
देश भर में कई छात्रों के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन सहित कई नेताओं ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि जब तक COVID-19 के प्रसार को नियंत्रण में नहीं लाया जाता तब तक के लिए परीक्षा स्थगित कर दी जाए।
पिछले हफ्ते में कई राजनेता, छात्र संघ और बड़ी हस्तियों ने परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह मांग उठाई थी जिसके बाद बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडि़शा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और यहां तक की एनवॉयरमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग भी परीक्षा स्थगित करने का समर्थन कर चुकी हैं।
एजुकेशन सेक्रेटरी अमित खरे ने कहा है कि यदि NEET, JEE Mains परीक्षाओं को और टाला गया तो पूरा सेमेस्टर खराब हो जाएगा। ऐसे में परीक्षाएं समय पर आयोजित करना जरूरी है।
अमित खरे ने कहा, “परीक्षा पहले अप्रैल में आयोजित की जानी थी, लेकिन जुलाई में स्थगित कर दी गई। जब बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा आगे बढ़ाने के लिए ट्वीट किया, तो परीक्षा को सितंबर में धकेल दिया गया। अब, छात्रों का एक वर्ग मांग कर रहा है कि परीक्षा दीपावली के बाद आयोजित की जानी चाहिए। दीपावली के बाद, छठ पर्व 26 नवंबर को देश के पूर्वी हिस्सों में मनाया जाएगा। अगर हम परीक्षा आयोजित करने के लिए एक सप्ताह बाद का समय लेते हैं, तो दिसंबर के पहले सप्ताह में परीक्षा हो पाएगी और रिजल्ट 2021 में जारी हो पाएंगे। इसका मतलब है कि छात्रों को पूरे शैक्षणिक वर्ष को खोने का खतरा है।"
कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों के स्वास्थ्य के जोखिम की बात पर अमित खरे ने कहा, “पहली बात, ये तर्क सर्वोच्च न्यायालय के सामने पहले ही दिए जा चुके हैं, जिसके बाद याचिका को खारिज कर दिया गया है। कुछ छात्रों ने स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में तर्क दिया है, जबकि ऐसे अन्य लोग भी हैं जो पूछ रहे हैं कि उन्हें अपने कैरियर को जोखिम में क्यों डालना चाहिए। इन छात्रों ने एक वर्ष का गैप लिया है और 18 महीने से तैयारी कर रहे हैं। क्या होगा उनके साथ? शिक्षा विभाग को उन छात्रों के बीच संतुलन रखना होगा जो परीक्षा चाहते हैं और जो नहीं करते हैं। हमे छात्रों के समग्र हित को देखना होगा।”
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और उनसे कोरोना की स्थिति और राज्य के कई हिस्सों के बाढ़ की चपेट में होने की वजह से NEET और JEE की परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध किया। विपक्ष के नेता परीक्षा स्थगित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुर्नविचार याचिका दायर करने की भी तैयारी में हैं।
उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले केंद्रों के लिए NTA वैकल्पिक व्यवस्था करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र अपने एडमिट कार्ड का इस्तेमाल ट्रैवल परमिट के रूप में कर सकते हैं।
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया है।
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के अध्यक्ष नीरज कुंदन और छात्रों के दिल्ली विंग के अध्यक्ष ने आठ अन्य सदस्यों के साथ भूख हड़ताल शुरू की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NEET 2020 परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड कल दोपहर 12 बजे जारी किए गए थे। जिसके अपलोड होने के तीन घंटों के अंदर 04 लाख से अधिक एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए गए थे। वहीं रात 8 बजे तक,नीट 2020 के लिए 7.9 लाख एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए गए थे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्र अब तक NTA JEE Mains 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। इसका अर्थ है कि छात्र परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। कुल रजिस्टर्ड 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
कोरोनोवायरस महामारी के कारण इन परीक्षाओं को इस वर्ष दो बार स्थगित कर दिया गया था, हालांकि, छात्र परीक्षा को स्थिति सुधरने तक स्थगित रखने की मांग कर रहे थे। अदालत ने परीक्षा स्थगित करने की याचिका को खारिज कर दिया।
JEE मेन का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक होगा जबकि NEET का आयोजन 13 सितंबर को होगा। JEE का एडवांस 27 सितंबर को होगा। छात्र अपना JEE मेन परीक्षा का एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर लें।
NTA ने जानकारी दी है कि JEE Main परीक्षा के लिए शिफ्ट्स की गिनती भी 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। हर शिफ्ट में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की गिनती 1.32 लाख से घटाकर अब 85 हजार कर दी गई है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके।
JEE (मेन) के बाद, NTA ने बुधवार को NEET के लिए एडमिट कार्ड जारी किए। रात 8 बजे तक, कुल 15.3 लाख एडमिट कार्ड डाउनलोड किए जा चुके थे, जिसमें NEET के लिए 7.9 लाख शामिल थे। 9.5 लाख से अधिक उम्मीदवार जेईई (मुख्य) और एनईईटी में 15 लाख से अधिक में उपस्थित होना है।
NTA द्वारा आयोजित JEE Main परीक्षा ऑनलाइन कम्प्यूटर बेस्ड होगी जबकि NEET का एग्जाम पेन-पेपर बेस्ड होगा। इसका अर्थ है कि छात्रों को पेपर हाथ से लिखना होगा।
IIT-Delhi के निदेशक ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा है कि सावधानियों के बीच परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। "व्यक्तिगत रूप से, मैं सभी सावधानी बरतने और सामाजिक दूर करने के मानदंडों का पालन करके इन परीक्षाओं का संचालन किया जा सकता है। लॉकडाउन COVID का समाधान नहीं है। हम लॉकडाउन मोड में स्थायी नहीं हो सकते।
एनटीए ने बुधवार 26 अगस्त 2020 को NEET 2020 परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिए हैं। इस परीक्षा के लिए इस साल लगभग 15.97 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था, वे वेबसाइट- ntaneet.nic.in के माध्यम से हॉल टिकट डाउनलोड कर सकते हैं। NEET 13 सितंबर को आयोजित किया जाएगा।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट -यूजी और जेईई मेन 2020 परीक्षाओं के लिए डिटेल्ड सेफ्टी प्लान जारी किया है। यूनियन गवर्नमेंट ने तमाम विरोधों के बावजूद यह साफ किया है कि न तो जेईई मेन परीक्षा 2020 और न ही नीट परीक्षा 2020 किसी भी कीमत पर स्थगित होगी।
महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री समेत छह राज्यों के मंत्रियों ने परीक्षा आयोजित करने के अपने पहले के आदेश की समीक्षा के लिए शीर्ष अदालत का रुख किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, "देश में हर दिन कोरोनोवायरस के 70,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन इस स्थिति के बीच, NEET- JEE परीक्षा आयोजित की जा रही है। अगर छात्रों के साथ कुछ भी होता है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को केंद्र और सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया कि वे कोरोनोवायरस महामारी के बीच NEET और JEE परीक्षा आयोजित करने के फैसले पर पुनर्विचार करें। समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से राज्यसभा सांसद के हवाले से कहा गया है, "मैं केंद्र और सुप्रीम कोर्ट में माननीय मानव संसाधन मंत्री से अनुरोध करता हूं कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए क्योंकि हमें भी बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करना है।"
ओडिशा सरकार ने उन सात शहरों में लॉकडाउन कर दिया है, जहां राज्य में जेईई और एनईईटी परीक्षा आयोजित की जाएगी, एक अधिकारी ने शनिवार को कहा, सात शहरों में शटडाउन की अधिसूचना मुख्य सचिव ए के त्रिपाठी द्वारा शुक्रवार को घोषणा की गई थी कि राज्य सरकार जेईई (मेन्स) और एनईईटी में उपस्थित होने वाले छात्रों को मुफ्त परिवहन और आवास प्रदान करेगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा उठाए गए कदम सुनिश्चित करेंगे कि छात्रों की सेहत और सुरक्षा खतरे में नहीं है।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगर सीएम ने हस्तक्षेप नहीं किया होता तो मैं पीएम से मिलने और एक आखिरी मौका लेने की कोशिश करता। मैं अब ऐसा नहीं कर सकता, क्योंकि मोदी के लिए, सीएम के हस्तक्षेप ने इसे एक प्रतिष्ठा बना दिया है। इसलिए अब यह सीएम और एससी की जिम्मेदारी है कि इसे अपने तार्किक अंत तक ले जाएं। उन्होंने ट्विट किया,
सोनिया गांधी ने एक संदेश में कहा, "आप हमारा भविष्य हैं। हम एक बेहतर भारत के निर्माण के लिए आप पर निर्भर हैं। मुझे उम्मीद है कि सरकार आपको सुनेगी, आपकी आवाज सुनेगी और आपकी इच्छा के अनुसार कार्य करेगी। यह मेरी सरकार को सलाह है।"
इस कदम का स्वागत करते हुए पोखरियाल ने ट्विटर पर हिंदी में लिखा, 'आज अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के संदर्भ में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने यूजीसी के पक्ष में जो निर्णय दिया है उसका मैं हृदय से स्वागत करता हूँ। आइए हम राजनीति को शिक्षा से दूर रखें और अपनी राजनीति को और अधिक शिक्षित बनाएं।'
कांग्रेस पार्टी लगातार JEE-NEET 2020 सितंबर में परीक्षा के आयोजन का विरोध कर रही है। NSUI अध्यक्ष समेत कई सदस्यों की भूख हड़ताल को आज चौथा दिन है। कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैं से ट्विट किया गया कि, सरकार को तुरंत हमारे छात्रों की आवाज़ सुननी चाहिए।