School Education: असम सरकार ने राज्य के 34 स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। इन स्कूलों के 1000 छात्रों में से किसी ने भी मार्च में आयोजित 10वीं बोर्ड परीक्षा पास नहीं की है। ऐसे में राज्य सरकार ने इन स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने कहा कि शून्य सफलता दर वाले स्कूलों पर करदाताओं का पैसा खर्च करना व्यर्थ है। उन्होंने कहा कि स्कूलों का प्राथमिक कर्तव्य शिक्षा प्रदान करना है। यदि कोई स्कूल यह सुनिश्चित नहीं कर सकता है कि उसके छात्र दसवीं कक्षा की परीक्षा पास कर लें, तो इन स्कूलों को चालू रखने का कोई मतलब नहीं है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार शून्य सफलता रिकॉर्ड बनाने वाले स्कूलों पर जनता का पैसा खर्च नहीं कर सकती है। यह कार्रवाई राज्य के सबसे खराब 10वीं रिजल्ट वाले स्कूलों पर की गई है। पिछले 5 वर्षो के आंकड़े के अनुसार इस बार चार लाख छात्रों में से आधे से कम छात्रों ने 10वीं परीक्षा पास की है। 68 स्कूलों में10 फीसदी से कम छात्र 10वीं में पास हुए हैं।
समायोजित किए जाएंगे स्कूल
सरकार रकार द्वारा संचालित स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है, जिनका पास प्रतिशत शून्य था, लेकिन इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य को देखते हुए उन्हें नजदीकी हाई स्कूलों में दाखिला लेने का मौका दिया जाएगा।
माध्यमिक प्रशिक्षण निदेशक ममता होजई के अनुसार इस ट्यूटोरियल के माध्यम से सभी शून्य प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को पड़ोसी स्कूलों में मिलाने की योजना है। इस तरह के चौंकाने वाले परिणामों के बाद इन स्कूलों को काम करने की अनुमति देने का कोई कारण नहीं है।
होजई ने कहा कि ऐसे चार स्कूलों के एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और छात्रों और शिक्षकों को नजदीकी माध्यमिक विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाएगा।
2500 स्कूल जांच के दायरे में
शिक्षा मंत्री पेगू ने कहा कि घटते नामांकन वाले स्कूलों का भी नजदीकी संस्थानों में विलय किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि करीब 2500 ऐसे स्कूल जांच के दायरे में हैं।
इन स्कूलों को किया जाएगा बंद
धुबरी के 2, गोलपारा के 2, लखीमपुर के 2, नगांव के 2, चिरांग के 1, दारांग के 1, डिब्रूगढ़ के 1, गोलाघाट के 1, कामरूप के 1, कोकराझार के 1, नलबाड़ी के 1, हैलाकांडी और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के 1-1स्कूल, जोरहाट के 5 , कार्बी आंगलोंग के 7 और कछार के 5 स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि स्कूल बंद करने के बजाय स्कूल में सुधार करें और शिक्षा को सही करें। असम सरकार ने हाल ही में बराबर प्रदर्शन करने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को तैयार करने के लिए आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों की मदद ली थी।