तंजानिया के तट पर पाई जाने वाली मोटे होठों वाली परीनुमा मछली की अब तक अज्ञात रही प्रजाति, शोधकर्ताओं के बीच उतनी ही उत्तेजना पैदा कर रही है जितनी कि मार्वल के फिल्म निर्माताओं ने ब्लैक पैंथर फिल्म के साथ की थी।
ज़ंज़ीबार की मंद रोशनी वाली प्रवाल भित्तियों में समुद्र की सतह के 200 फीट से अधिक नीचे खोज की गई जहां परीनुमा मछलियों की नई खोजी गई प्रजातियाँ उनके बैंगनी रंग के लिए मशहूर हैं। खास बात ये है ये अन्य मछली की प्रजातियों के विपरीत, रिसर्च के लिए प्रिज़र्व होने पर भी अपना रंग बनाए रखती हैं।
जू-कीज़ (Zoo Keys) पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के लेखक यी-किया टी (Yi-Kai Tea) का कहना है कि टीम ने ऑस्कर विनिंग फिल्म ब्लैक पैंथर के सम्मान में इस नई खोजी गई मछली को ‘सिरहिलैब्रस वकांडा (Cirrhilabrus Wakanda)’ या ‘वाइब्रेनियम फेयरी रेस (vibranium fairy wrasse)’ नाम दिया है। फिल्म ब्लैक पैंथर की कहानी के मुताबिक वकांडा दुनिया की नज़रों से छुपा हुआ एक टापू है जिसका सबसे प्रमुख प्राकृतिक संसाधन दूनिया का सबसे मजबूत धातु वाइब्रेनियम है।
चूंकि ये मछलियां बेहद लंबे समय से समुद्र की सतह से नीचे थीं मगर अब तक इनकी खोज नहीं हो पाई थी, इसलिए वैज्ञानिकों ने इस छिपे रहने की खास खूबी वाली मछली को मार्वल फिल्म ब्लैक पैंथर की कहानी के आधार पर नाम दिया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि वाइब्रेनियम फेयरी रेस की खोज के साथ ही अब समंदर से जुड़े और कई रहस्य जानने में मदद मिलेगी।