हम विद्यार्थी जीवन में अपने करियर को लेकर कई तरह के ख्वाब बुनते हैं, इरादे बनाते हैं, मेहनत करते हैं, गोल सेट करते हैं और उसे आखिर में पा लेते हैं, लेकिन यह सब लिखने और पढ़ने में जितना आसान लग रहा है उतना होता नहीं हैं। एक ऐसा ही ख्वाब राजस्थान के उदयपुर के पार्थ खंडेलवाल ने देखा था, जिन्हें डॉक्टर बनने की प्रेरणा तब मिली जब उनकी बहन ने NEET UG 2019 पास किया और एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर में MBBS की पढ़ाई के लिए चुनी गईं। पार्थ को तब एहसास हुआ वह भी यह कर सकते हैं और फिर उन्होंने National Eligibility cum Entrance Test (NEET) UG. क्लियर करने का संकल्प लिया।
पार्थ खंडेलवाल ने NEET UG 2023 में 720 में से 715 अंकों के साथ भारत में 10वीं रैंक हासिल की है। उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली में पढ़ने का मौका मिला है। वह फ्युचर में मेडिसिन की पढ़ाई करना चाहते हैं और त्वचा विज्ञान (dermatology) में महारत हासिल करना चाहते हैं। पार्थ खंडेलवाल ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में अपना तजुर्बा साझा किया है।
NEET UG की तैयारी कैसे की?
पार्थ खंडेलवाल इस सवाल के जवाब में कहते हैं, “मैं सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक पढ़ाई करता था। मैं आमतौर पर इस दौरान कोचिंग में ही रहता था क्योंकि वहां अनुशासन बेहतर था और दूसरे साथियों का सहयोग भी मिलता था। साथ ही ध्यान भटकाने वाली कोई समस्या नहीं होती थीऔर मेरा पूरा ध्यान मेरे गोल पर होता था। मैं केवल खाना खाने के लिए घर जाता था, कभी-कभी मैं उसे भी छोड़ देता था। यहां तक कि नो-क्लास दिनों में भी, मैं घर पर पढ़ाई करने के बजाय कोचिंग सेंटर जाना पसंद करता था।
आपका शेड्यूल कैसा था?
पार्थ कहते हैं, “मैं सुबह 7 बजे उठता और 8 बजे तक अपनी कोचिंग पहुंच जाता था, मैं रात 8 बजे तक अपनी कोचिंग में रहता था और घर लौटने के बाद थोड़ा आराम करता था और टीवी देखता था। मैं फिर 12 बजे तक पढ़ाई करता और फिर सो जाता था।”
आपने किन बुक्स से हेल्प ली?
वह कहते हैं, “मैंने खासतौर पर एनसीईआरटी से पढ़ाई की और इसका बहुत अभ्यास किया, इसके अलावा मैंने कोचिंग मॉड्यूल पर भरोसा किया।”
आपने परीक्षा के लिए कैसे रिवीजन किया?
मेरा सिलेबस दिसंबर तक पूरा हो गया था क्योंकि मैंने 11वीं कक्षा से ही NEET UG की तैयारी शुरू कर दी थी। मेरे पास रिवीजन के लिए लगभग 5 से 6 महीने थे। उस दौरान मैंने पहले 11वीं कक्षा और फिर 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम को ठीक से पढ़ा। उसके बाद मैंने महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित किया। मैंने यह सुनिश्चित किया कि NEET से पहले पिछले कुछ महीनों के दौरान मैंने NCERT पुस्तकों का खूब अभ्यास किया।
