नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि कि एनटीए के द्वारा 21 अगस्त से 5 सितंबर के बीच आयोजित हुई यूजीसी नेट परीक्षा का रिजल्ट अभी तक जारी नहीं हुआ है। इस एग्जाम में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स काफी परेशान हैं। उनकी परेशानी की वजह सिर्फ रिजल्ट नहीं है बल्कि जून में आयोजित होने वाली यह परीक्षा पहले तो लेट हुई और अब रिजल्ट में भी देरी स्टूडेंट्स की चिंता बढ़ा रही है। परीक्षा संपन्न हुए को एक महीना पूरा हो चुका है और अभी तक न तो रिजल्ट आया है और न रिजल्ट जारी होने की कोई ठोस तारीख अधिकारियों के पास है।
प्रोविजनल आंसर की हुई थी जारी
यूजीसी नेट परीक्षा की प्रोविजनल आंसर की तो जारी हो चुकी है, लेकिन उसके बाद से न तो फाइनल आंसर की आई है और ना रिजल्ट जारी होने की कोई ठोस तारीख एनटीए के पास है। बता दें कि यूजीसी नेट परीक्षा भारतीय विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के साथ-साथ जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए कैंडिडेट्स की पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित होती है।
इस साल चर्चाओं में रही यूजीसी नेट परीक्षा
इस साल यूजीसी नेट परीक्षा काफी चर्चाओं में रही। सबसे पहले यह परीक्षा 18 जून को आयोजित हुई, लेकिन पेपर लीक की खबरों के कारण परीक्षा को रद्द कर दिया गया। इसके बाद सीबीआई को इसकी जांच सौंपी गई। बाद में यह तय हुआ की पेपर दोबारा आयोजित होगा। फिर एनटीए ने ऐलान किया कि यूजीसी नेट दोबारा 21 अगस्त से 4 सितंबर तक आयोजित होगी, लेकिन 14 अगस्त को फिर से एक दिन की परीक्षा को स्थगित किया गया।
क्या सच में लीक हुई थी यूजीसी नेट परीक्षा?
18 जून को आयोजित हुई यूजीसी नेट परीक्षा कुछ घंटों के बाद ही रद्द कर दी गई थी। उस वक्त वह परीक्षा 317 शहरों में विभिन्न सेंटर्स पर आयोजित हुई थी। परीक्षा में 9 लाख से अधिक कैंडिडेट शामिल हुए थे। जब परीक्षा को रद्द किया गया था तो उस वक्त गृह मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय को “परीक्षा की अखंडता से समझौता’ होने का इनपुट दिया था। हालांकि सीबीआई ने किसी भी तरह के पेपर लीक से इनकार किया था। सीबीआई जांच में सामने आया था कि शिक्षा मंत्रालय द्वारा परीक्षा रद्द करने के लिए प्रेरित किए गए “साक्ष्य” में छेड़छाड़ की गई थी।