पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (WBMCC) ने सोमवार को अचानक बड़ा फैसला लेते हुए NEET UG 2025 की राउंड 1 मेडिकल एडमिशन काउंसलिंग को “अगली सूचना तक” निलंबित कर दिया है। यह निर्णय उस वक्त लिया गया जब सिर्फ दो दिन बाद ही राउंड 1 सीट अलॉटमेंट रिजल्ट घोषित होना था। इस कदम से राज्य के 11,178 मेडिकल अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है।

Urgent Notice for WB NEET UG Medical Dental Counseling / Admission Process 2025

कोर्ट के आदेश के बाद संशोधित मेरिट लिस्ट जारी हुई थी

दरअसल, पश्चिम बंगाल में MBBS और BDS कोर्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया पहले ही कानूनी विवाद के चलते रुकी हुई थी। कलकत्ता हाईकोर्ट ने OBC आरक्षण से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए एडमिशन प्रक्रिया को अस्थायी तौर पर रोक दिया था। बाद में कोर्ट ने 22 अगस्त तक संशोधित मेरिट लिस्ट जारी करने का निर्देश दिया था।

इसके बाद WBMCC ने 16 अगस्त को नया प्रोविजनल स्टेट मेरिट लिस्ट जारी किया और छात्रों को विकल्प भरने का अवसर दिया। संशोधित शेड्यूल के अनुसार, सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट 20 अगस्त को शाम 4 बजे के बाद घोषित होना था और छात्रों को 21 से 23 अगस्त तक रिपोर्ट करना था। लेकिन अब नई अधिसूचना के चलते यह प्रक्रिया पूरी तरह रुक गई है।

छात्रों में आक्रोश और भविष्य को लेकर चिंता

अचानक लिए गए इस फैसले से छात्रों और अभिभावकों में गहरा आक्रोश है। कई छात्रों का कहना है कि उन्हें अपने भविष्य को लेकर गहरी चिंता हो रही है। इसी बीच, केंद्र सरकार में शिक्षा और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा—

“Urgent Notice के नाम पर पश्चिम बंगाल सरकार ने WB NEET UG मेडिकल-डेंटल काउंसलिंग और एडमिशन प्रक्रिया को बिना किसी ठोस कारण बताए अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया है। राज्य के मेडिकल छात्रों का भविष्य अंधेरे में धकेल दिया गया है।”

अब आगे क्या?

फिलहाल WBMCC की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि काउंसलिंग कब से दोबारा शुरू होगी। छात्रों को अब कोर्ट के अगले आदेश और समिति की नई अधिसूचना का इंतजार करना होगा।