NEET 2020 13 सिंतबर को आयोजित होना है लेकिन कुछ राज्य चाहते हैं कि एग्जाम को टाल दिया जाए। एग्जाम बाद में आयोजित हो। ओडिशा के तो उन 7 शहरों में लॉकडाउन की घोषणा की गई थी जिनमें नीट के सेंटर पड़े हैं। इस मामले में अलग अलग पार्टियों के नेता एग्जाम टालने के लिए बार बार कह रहे हैं, लेकिन एनटीए ने साफ कर दिया है कि एग्जाम होंगे। एग्जाम अब टाले नहीं जाएंगे, सुप्रीम कोर्ट ने भी अपना फैसला एनटीए के पक्ष में ही सुनाया था। एनटीए इसके लिए अपनी तैयारियां कर रही है। तैयारियों में एनटीए ने एग्जाम सेंटर्स की संख्या को दोगुना कर दिया है।
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया है। एजुकेशन सेक्रेटरी अमित खरे ने कहा था कि यदि NEET, JEE Mains परीक्षाओं को और टाला गया तो पूरा सेमेस्टर खराब हो जाएगा। ऐसे में परीक्षाएं समय पर आयोजित करना जरूरी है।
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छात्रों का यह भूख हड़ताल उसी दिन हुआ जब राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को छात्रों के 'मन की बात' सुननी चाहिए और "एक स्वीकार्य समाधान" पर पहुंचना चाहिए और उनकी पार्टी ने मांग की है कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) टाल दी जाए।
NEET और JEE सहित विभिन्न परीक्षाओं को COVID-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्थगित करने की मांग को लेकर 4,000 से अधिक छात्रों ने एक दिन की भूख हड़ताल भी की थी। छात्रों ने CBSE के कम्पार्टमेंट एग्जाम भी रद्द करने की मांग उठाई है।
याचिका को खारिज करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा था कि अदालत को अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि परीक्षा पर्याप्त सावधानी के साथ आयोजित की जाएगी। आयोग ने अदालत को बताया है कि एग्जाम सेंटर्स की गिनती दोगुनी कर दी गई है तथा अन्य जरूरी सावधानियों के साथ ही परीक्षा होगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट -यूजी और जेईई मेन 2020 परीक्षाओं के लिए डिटेल्ड सेफ्टी प्लान जारी किया है। यूनियन गवर्नमेंट ने तमाम विरोधों के बावजूद यह साफ किया है कि न तो जेईई मेन परीक्षा 2020 और न ही नीट परीक्षा 2020 किसी भी कीमत पर स्थगित होगी।
उम्मीदवारों को समय से एग्जाम सेंटर पर पहुंचना जरूरी होगा। जो उम्मीदवार देरी से एग्जाम सेंटर पहुंचेंगे उन्हें एग्जाम हॉल में एंट्री नहीं दी जाएगी। रिपोर्टिंग टाइम पर ही उम्मीदवारों को एग्जाम सेंटर पर रिपोर्ट करना होगा।
परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जहां परीक्षा केंद्रों की संख्या 570 से बढ़ाकर 660 कर दी है, वहीं छात्रों को कमरे के भीतर उचित दूरी पर बैठने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है।
17 वर्षीय थनबर्ग जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई के लिए एक अग्रणी आवाज बन गई हैं, जिससे दुनिया भर में लाखों छात्र इसको लेकर विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए प्रेरित हुए। उन्हें 2019 के लिए ‘टाइम’ पत्रिका का ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुना गया है।
स्वीडिश जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी पिछले माह कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर भारत में NEET और JEE परीक्षाएं टालने का समर्थन किया था और कहा था कि यह बहुत अनुचित है कि छात्रों को महामारी के समय परीक्षाओं में बैठने के लिए कहा जा रहा है।
याचिका को खारिज करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा था कि अदालत को अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि परीक्षा पर्याप्त सावधानी के साथ आयोजित की जाएगी। आयोग ने अदालत को बताया है कि एग्जाम सेंटर्स की गिनती दोगुनी कर दी गई है तथा अन्य जरूरी सावधानियों के साथ ही परीक्षा होगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट -यूजी और जेईई मेन 2020 परीक्षाओं के लिए डिटेल्ड सेफ्टी प्लान जारी किया है। यूनियन गवर्नमेंट ने तमाम विरोधों के बावजूद यह साफ कर दिया था न तो जेईई मेन परीक्षा 2020 और न ही नीट परीक्षा 2020 किसी भी कीमत पर स्थगित होगी।
अमित खरे ने कहा, “परीक्षा पहले अप्रैल में आयोजित की जानी थी, लेकिन जुलाई में स्थगित कर दी गई। जब बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा आगे बढ़ाने के लिए ट्वीट किया, तो परीक्षा को सितंबर में धकेल दिया गया। अब, छात्रों का एक वर्ग मांग कर रहा है कि परीक्षा दीपावली के बाद आयोजित की जानी चाहिए। दीपावली के बाद, छठ पर्व 26 नवंबर को देश के पूर्वी हिस्सों में मनाया जाएगा। अगर हम परीक्षा आयोजित करने के लिए एक सप्ताह बाद का समय लेते हैं, तो दिसंबर के पहले सप्ताह में परीक्षा हो पाएगी और रिजल्ट 2021 में जारी हो पाएंगे। इसका मतलब है कि छात्रों को पूरे शैक्षणिक वर्ष को खोने का खतरा है।"
एजुकेशन सेक्रेटरी अमित खरे ने कहा था कि यदि NEET, JEE Mains परीक्षाओं को और टाला गया तो पूरा सेमेस्टर खराब हो जाएगा। ऐसे में परीक्षाएं समय पर आयोजित करना जरूरी है।
ICAR AIEEA UG परीक्षा 7 और 8 सितंबर को आयोजित होने वाली है, इसके PG और PhD स्तर की परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है। इसके अलावा, NTA AIPGET परीक्षा को स्थगित कर दिया है जो पहले 29 अगस्त के लिए निर्धारित की गई थी। परीक्षा 29 सितंबर को आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं के एडमिट कार्ड प्रत्येक परीक्षा के शुरू होने से 15 दिन पहले जारी किए जाएंगे। एडमिट कार्ड में एग्जाम सेंटर, शिफ्ट तथा टाइमिंग जैसी जानकारियां होंगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA ने UGC- NET, IGNOU OPENMAT PhD, दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा और ICAR AIEEA परीक्षा सहित विभिन्न परीक्षाओं की संशोधित तिथियों की घोषणा कर दी है। यूजीसी नेट जून परीक्षा 16 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी, दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा 6 से 11 सितंबर तक आयोजित की जाएगी, जबकि इग्नू एमबीए की परीक्षा 15 सितंबर को और पीएचडी प्रवेश परीक्षा अक्टूबर में आयोजित की जाएगी।
NTA ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) का एडमिट कार्ड 25 अगस्त को जारी कर दिया है और शुरुआती तीन घंटों में ही 4 लाख से अधिक छात्रों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
NTA ने 13 करो़ड़ रुपए के खर्च से 10 लाख मास्क, 6 हजार सेनिटाइज़र, डिसिफेंक्टेंट लिक्विड, स्पॉन्ज आदि का इंतेजाम किया है। परीक्षाएं सिंतबर माह में होनी है जिनकी तैयारी पूरी हो चुकी है।
परीक्षाएं पूरी सावधानी से आयोजित करने के लिए एजेंसी एग्जाम के दौरान छात्रों को सेनिटाइज़र और मास्क भी देगी। इसके लिए एजेंसी ने 10 लाख मास्क और 6 हजार लीटर से अधिक सेनिटाइज़र तैयार कर लिया है। यह सब एग्जाम सेंटर पर ही छात्रों को मुफ्त में दिए जाएंगे।
परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जहां परीक्षा केंद्रों की संख्या 570 से बढ़ाकर 660 कर दी है, वहीं छात्रों को कमरे के भीतर उचित दूरी पर बैठने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है।
एग्जाम हॉल के बाहर ड्यूटी पर मौजूद पर्यवेक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि छात्र पहले 10 और फिर जब पहले पांच बाहर आएं तो अगले 5 छात्रों के बैचों में अंदर प्रवेश करें। छात्रों को इंविजिलेटर के आदेश पर ही प्रवेश करना होगा और बाहर निकलना होगा।
एग्जाम सेंटर पर प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को अपना प्रवेश पत्र, वैध सरकारी आईडी प्रूफ, और यदि PWd उम्मीदवार हैं तो उसका प्रमाण पत्र दिखाना होगा। बता दें कि वैध प्रमाण पत्र के बगैर किसी भी छात्र को एग्जाम सेंटर में एंट्री नहीं दी जाएगी।
यदि किसी छात्र का तापमान 37.4°C अथवा 99.4°F से अधिक है, तो उसे आइसोलेशन रूम में ले जाया जाएगा। फ्रिस्किंग और दस्तावेज़ सत्यापन की सभी प्रक्रियाएं 15-20 मिनट की अवधि के बाद की जाएंगी। इस समय में उनका तापमान सामान्य हो सकता है, यदि नहीं तो उन्हें अलग कमरे में अकेले परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा उठाए गए कदम सुनिश्चित करेंगे कि छात्रों की सेहत और सुरक्षा खतरे में नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "देश में हर दिन कोरोनोवायरस के 70,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन इस स्थिति के बीच, NEET- JEE परीक्षा आयोजित की जा रही है। अगर छात्रों के साथ कुछ भी होता है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?"
महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री समेत छह राज्यों के मंत्रियों ने परीक्षा आयोजित करने के अपने पहले के आदेश की समीक्षा के लिए शीर्ष अदालत का रुख किया है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट -यूजी और जेईई मेन 2020 परीक्षाओं के लिए डिटेल्ड सेफ्टी प्लान जारी किया है। यूनियन गवर्नमेंट ने तमाम विरोधों के बावजूद यह साफ किया है कि न तो जेईई मेन परीक्षा 2020 और न ही नीट परीक्षा 2020 किसी भी कीमत पर स्थगित होगी।
IIT-Delhi के निदेशक ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा है कि सावधानियों के बीच परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। "व्यक्तिगत रूप से, मैं सभी सावधानी बरतने और सामाजिक दूर करने के मानदंडों का पालन करके इन परीक्षाओं का संचालन किया जा सकता है। लॉकडाउन COVID का समाधान नहीं है। हम लॉकडाउन मोड में स्थायी नहीं हो सकते।
NTA ने जानकारी दी है कि JEE Main परीक्षा के लिए शिफ्ट्स की गिनती भी 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। हर शिफ्ट में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की गिनती 1.32 लाख से घटाकर अब 85 हजार कर दी गई है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके।
JEE मेन का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक होगा जबकि NEET का आयोजन 13 सितंबर को होगा। JEE का एडवांस 27 सितंबर को होगा। छात्र अपना JEE मेन परीक्षा का एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर लें।
कोरोनोवायरस महामारी के कारण इन परीक्षाओं को इस वर्ष दो बार स्थगित कर दिया गया था, हालांकि, छात्र परीक्षा को स्थिति सुधरने तक स्थगित रखने की मांग कर रहे थे। अदालत ने परीक्षा स्थगित करने की याचिका को खारिज कर दिया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्र अब तक NTA JEE Mains 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। इसका अर्थ है कि छात्र परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। कुल रजिस्टर्ड 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NEET 2020 परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड अपलोड होने के तीन घंटों के अंदर 04 लाख से अधिक एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए गए थे। वहीं 8 घंटे में नीट 2020 के लिए 7.9 लाख एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए गए थे।
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया है।
उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले केंद्रों के लिए NTA वैकल्पिक व्यवस्था करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र अपने एडमिट कार्ड का इस्तेमाल ट्रैवल परमिट के रूप में कर सकते हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और उनसे कोरोना की स्थिति और राज्य के कई हिस्सों के बाढ़ की चपेट में होने की वजह से NEET और JEE की परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध किया। विपक्ष के नेता परीक्षा स्थगित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुर्नविचार याचिका दायर करने की भी तैयारी में हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों के स्वास्थ्य के जोखिम की बात पर अमित खरे ने कहा, “पहली बात, ये तर्क सर्वोच्च न्यायालय के सामने पहले ही दिए जा चुके हैं, जिसके बाद याचिका को खारिज कर दिया गया है। कुछ छात्रों ने स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में तर्क दिया है, जबकि ऐसे अन्य लोग भी हैं जो पूछ रहे हैं कि उन्हें अपने कैरियर को जोखिम में क्यों डालना चाहिए। इन छात्रों ने एक वर्ष का गैप लिया है और 18 महीने से तैयारी कर रहे हैं। क्या होगा उनके साथ? शिक्षा विभाग को उन छात्रों के बीच संतुलन रखना होगा जो परीक्षा चाहते हैं और जो नहीं करते हैं। हमे छात्रों के समग्र हित को देखना होगा।”
अमित खरे ने कहा, “परीक्षा पहले अप्रैल में आयोजित की जानी थी, लेकिन जुलाई में स्थगित कर दी गई। जब बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा आगे बढ़ाने के लिए ट्वीट किया, तो परीक्षा को सितंबर में धकेल दिया गया। अब, छात्रों का एक वर्ग मांग कर रहा है कि परीक्षा दीपावली के बाद आयोजित की जानी चाहिए। दीपावली के बाद, छठ पर्व 26 नवंबर को देश के पूर्वी हिस्सों में मनाया जाएगा। अगर हम परीक्षा आयोजित करने के लिए एक सप्ताह बाद का समय लेते हैं, तो दिसंबर के पहले सप्ताह में परीक्षा हो पाएगी और रिजल्ट 2021 में जारी हो पाएंगे। इसका मतलब है कि छात्रों को पूरे शैक्षणिक वर्ष को खोने का खतरा है।"
एजुकेशन सेक्रेटरी अमित खरे ने कहा है कि यदि NEET, JEE Mains परीक्षाओं को और टाला गया तो पूरा सेमेस्टर खराब हो जाएगा। ऐसे में परीक्षाएं समय पर आयोजित करना जरूरी है।
पिछले हफ्ते में कई राजनेता, छात्र संघ और बड़ी हस्तियों ने परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह मांग उठाई थी जिसके बाद बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडि़शा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और यहां तक की एनवॉयरमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग भी परीक्षा स्थगित करने का समर्थन कर चुकी हैं।
देश भर में कई छात्रों के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन सहित कई नेताओं ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि जब तक COVID-19 के प्रसार को नियंत्रण में नहीं लाया जाता तब तक के लिए परीक्षा स्थगित कर दी जाए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्र अब तक NTA JEE Mains 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। इसका अर्थ है कि छात्र परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। कुल रजिस्टर्ड 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।