Peris Olympic 2024 Silver Medal winner Neeraj Chopra Education: पेरिस ओलंपिक 2024 में गुरुवार को जैवलिन थ्रो गेम के फाइनल में सिल्वर मेडल अपने नाम किया। फाइनल में नीरज गोल्ड के दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो फेंककर नीरज की दावेदारी को खत्म कर दिया। नीरज भले ही गोल्ड से चूक गए हो, लेकिन उन्होंने फाइनल में कमाल का प्रदर्शन किया। नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर का थ्रो फेंककर सिल्वर मेडल की दावेदारी पक्की की। नीरज ने क्वालीफायर में 89.12 मीटर का भाला फेंककर रिकॉर्ड भी बनाया था। इस आर्टिकल में हम भारत के इस होनहार खिलाड़ी की एजुकेशन के बारे में बताएंगे।
नीरज ने पानीपत और चंडीगढ़ से की पढ़ाई
हरियाणा के पानीपत जिले में खंडरा गांव में जन्मे नीरज चोपड़ा की स्कूली शिक्षा पानीपत के बीवीएन पब्लिक स्कूल से हुई है। इसके बाद उन्होंने अपनी हायर एजुकेशन चंडीगढ़ के दयानंद एंग्लो वैदिक (डीएवी) कॉलेज से की। अपनी हायर एजुकेशन तक नीरज चोपड़ा कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं जीत चुके थे। उन्होंने गाजियाबाद के भाला फेंकने वाले अक्षय चौधरी से ट्रेनिंग ली थी वही उनके पहले कोच भी थी। डीएवी कॉलेज में उनका समय शिक्षा और खेल दोनों में महत्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ गुजरा।
2021 में लिया ग्रेजुशन में दाखिला
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नीरज चोपड़ा ने साल 2021 में आर्ट्स ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के लिए जालंधर में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) में दाखिला लिया था। LPU ने नीरज को उनकी पढ़ाई के साथ-साथ अपनी ट्रेनिंग और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने की अनुमति भी प्रदान की। एक छात्र और एक एथलीट के रूप में अपनी दोहरी ज़िम्मेदारियों को संभालने में विश्वविद्यालय के समर्थन ने उनकी मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने चुनौतीपूर्ण खेल करियर के बावजूद शिक्षा के प्रति नीरज की प्रतिबद्धता कई युवा एथलीटों के लिए प्रेरणा का काम करती है।
सेना में सूबेदार हैं नीरज चोपड़ा
आपको बता दें कि हमारे गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा सेना में सूबेदार के पद पर भी तैनात हैं। दरअसल, दक्षिण एशियाई खेलों में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें राजपूताना राइफल्स में जूनियर कमीशन ऑफिसर (JCO) के रूप में नियुक्त किया गया, जहां वे नायब सूबेदार के पद पर कार्यरत रहे। टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद उन्हें सूबेदार पद पर प्रमोट कर दिया गया था।