केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को ऐलान किया कि अगले साल से कुछ कक्षाओं में NCERT की किताबों की कीमतें करीब 20 फीसदी तक कम होंगी। साथ ही किताबों की छपाई भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में NCERT की करीब 5 करोड़ किताबें छप रही हैं, लेकिन अगले साल से 5 की जगह 15 करोड़ तक किताबों की छपाई होगी।

किताबों की छपाई 5 करोड़ से बढ़कर होगी 15 करोड़

शिक्षा मंत्री ने इस दौरान यह भी बताया कि कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए करिकुलम के अनुसार ही नई किताबें 2026-27 शैक्षणिक सत्र से उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा, “अगले शैक्षणिक वर्ष में एनसीईआरटी 15 करोड़ गुणवत्तापूर्ण और सस्ती किताबें प्रकाशित करेगा। वर्तमान में यह संख्या 5 करोड़ है।

बता दें कि पहले पाठ्यपुस्तकों की मांग और सप्लाई को लेकर चिंताएं थीं जो अब नहीं होंगी, क्योंकि किताबों की छपाई की मात्रा अधिक होने जा रही है, इसलिए कुछ कक्षाओं के लिए पाठ्यपुस्तकों की कीमतें कम की जाएंगी। इसके अलावा पैरेंट्स पर अधिक वित्तीय बोझ न पड़े इसके लिए किसी भी कक्षा के लिए किताबों की कीमत नहीं बढ़ाई जाएगी।

मंत्री ने बताया कि नए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे (एनसीएफ) के अनुसार पाठ्यपुस्तकों को करिकुलम करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा, “प्रक्रिया जारी है और कक्षा 9-12 के लिए पाठ्यपुस्तकें 2026-27 शैक्षणिक सत्र तक तैयार हो जाएंगी।”

अमेजन के बाद फ्लिपकार्ड से मिलेंगी किताबें

बता दें कि NCERT ने अपनी किताबों को बच्चों की पहुंच तक आसानी तक पहुंचाने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट के साथ समझौता किया है। NCERT ने ऐसा ही एक समझौता अमेजन के साथ भी किया था। अब फ्लिपकार्ट पर भी NCERT की किताबें आ जाने से स्टूडेंट को ज्यादा सुविधा हो जाएगी। इन प्लेटफॉर्म पर यह किताबें MRP पर ही दी जाएंगी।