कोयंबटूर नगर निगम ने सेनेटरी कर्मचारियों के रिक्त 549 पदों पर भर्ती के लिए एक विज्ञप्ति जारी की जिसके लिए 7 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया। आवेदन करने वालों में उच्च योग्यताधारी आवेदक थे, उनमें से कुछ इंजीनियरिंग और स्नातक की डिग्री प्राप्त किए हुए थे। निगम ने तीन दिवसीय वॉक-इन-इंटरव्यू और प्रमाणपत्रों के सत्यापन का समय निर्धारित किया था, जहां 7000 उम्मीदवारों की भीड़ देखी गई। इससे पहले भी बिहार में ग्रुप डी पदों पर भर्ती के लिए ग्रेजुएट्स और पोस्ट ग्रेजुएट उम्मीदवारों ने बड़ी संख्या में आवेदन किया था जिसके चलते देश में बढ़ती बेरोज़गारी की समस्या उजागर हुई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने अनुसार डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान अधिकारियों ने पाया कि लगभग 70 प्रतिशत उम्मीदवारों के पास SSLC की न्यूनतम योग्यता है और उनमें से अधिकांश इंजीनियर, पोस्ट-ग्रेजुएट, स्नातक और डिप्लोमा-धारक थे। कई मामलों में, उम्मीदवार पहले से ही निजी फर्मों में कार्यरत थे, लेकिन फिर भी उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया।
आवेदन करने वालों में से कई निजी नौकरियों में 6000 रुपये से लेकर 7000 रुपये तक की मामूली तनख्वाह पर नौकरी करते थे और नौकरी की कोई सुरक्षा नहीं थी। जबकि कुछ अन्य अभ्यर्थी जिन्होंने आवेदन किया है, वे पिछले 10 वर्षों से सैनिटरी कार्य कर रहे हैं, लेकिन अनुबंध पर, उन्होंने स्थायी नौकरी पाने के लिए आवेदन किया था।
इसके विपरीत, कोयम्बटूर नगर निगम द्वारा पोस्ट की गई नौकरी प्रारंभिक वेतन के रूप में 15,700 रुपये की पेशकश कर रही है, जो बाद में लगभग 20000 रुपये का वेतन उम्मीदवारों को देगी। इसके अलावा, चयनित उम्मीदवारों को रोजाना छह घंटे ही काम करना होगा। फिलहाल नगर निगम के पास अपने पे-रोल में 2,000 स्थायी और 500 अनुबंधित सफाई कर्मचारी हैं।

