भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव यानि कि जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा। श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर आधी रात रोहिणी नक्षत्र में हुआ था और उसी समय पर कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है। हमारे हिंदू समाज में जैसे भगवान श्री राम चंद्र मर्यादा के प्रतीक हैं उसी तरह भगवान श्री कृष्ण को प्रेम और आदर्श का प्रतीक माना जाता है। कृष्ण भगवान में आस्था रखने वाले जानते हैं कि उन्होंने इस संसार को प्रेम की परिभाषा से परिचित कराया। प्रेम के अलावा श्री कृष्ण भगवान एक छात्र के जीवन में भी आदर्श नजर आते हैं।

प्रेरणादायी है श्रीकृष्ण का जीवन

उनका जीवन एक छात्र के लिए प्रेरणादायी होता है। छात्रों को श्री कृष्ण भगवान के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने लक्ष्य की प्राप्ती की सीख लेनी चाहिए। आइए आपको बताते हैं कि आखिर उनके जीवन में ऐसी कौन सी अहम चीजें थी जिन्हें एक छात्र प्रेरणा के रूप में ले सकते हैं।

  1. ज्ञान की महत्ता: भगवान श्री कृष्ण ने गीता में ज्ञान की महत्ता के बारे में बताया है। छात्रों को ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए।
  2. संघर्ष और दृढ़ता: भगवान श्री कृष्ण ने अपने जीवन में कई संघर्षों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। छात्रों को भी उन्हीं की तरह संघर्षों का सामना करने के लिए दृढ़ता से काम करना चाहिए।
  3. सच्चाई और न्याय: भगवान श्री कृष्ण ने हमेशा सत्य और न्याय की रक्षा की इसीलिए एक छात्र को भी अपने जीवन में इन दो मूल्यों को उतारना चाहिए और हमेशा सत्य और न्याय मार्ग पर चलना चाहिए।
  4. प्रेम और करुणा: भगवान श्री कृष्ण ने अपने जीवन में प्रेम और करुणा का प्रदर्शन किया है। छात्रों को भी अपने शिक्षकों और साथियों के प्रति प्रेम और करुणा का भाव रखना चाहिए।
  5. सेवा और समर्पण: भगवान श्री कृष्ण ने अपने जीवन में सेवा और समर्पण का प्रदर्शन किया है। छात्रों को भी अपने शिक्षकों और समाज के प्रति सेवा और समर्पण का भाव रखना चाहिए।

श्री कृष्ण के जीवन की इन प्रेरणाओं को अपनाकर, छात्र अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और भगवान श्री कृष्ण के जीवन की महत्ता को समझ सकते हैं।