kerala NEET Controversy: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने केरल में रविवार को आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा के दौरान एक लड़की से कथित तौर इनरवियर उतारने के लिए कहने के मामले की जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी चार हफ्ते में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
बता दें कि तीन सदस्यीय इस कमेटी में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की वरिष्ठ निदेशक डॉ साधना पराशर, केरल के अरप्पुरा में सरस्वती विद्यालय की प्रधानाचार्य शैलजा ओआर और केरल की प्रगति एकैडमी, एर्नाकुलम की सुचित्रा शिजिन्थ शामिल हैं। शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित कमेटी कथित घटना के समय परीक्षा केंद्र में मौजूद लोगों से बात करके मामले के तथ्यों की जांच करेगी।
शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मंगलवार को केरल पुलिस ने घटना के संबंध में राज्य के कोल्लम जिले में मामला दर्ज किया था।
इस मामले में कोल्लम के अयूर में मार थॉमस इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी के परीक्षा केंद्र में ड्यूटी पर तैनात पांच महिलाओं को हिरासत में लिया गया है। इसमें से तीन बाहरी एजेंसी से जुड़ी हैं, जिनको छात्राओं की तलाशी के लिए नियुक्त किया गया था और दो अन्य उस संस्थान के कर्मचारी हैं जहां परीक्षा आयोजित की गई थी।
वहीं, एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने एनटीए को पत्र लिखकर आरोपों की स्वतंत्र जांच की मांग की है। आयोग ने डीजीपी केरल को भी निष्पक्ष जांच करने और तीन दिनों के भीतर एक कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए लिखा है।