केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ आज 25 जून को छात्रों से संवाद किए। स्कूली छात्रों के साथ शिक्षा मंत्री की संवादात्मक बैठक शाम 4 बजे हुई। बातचीत का उद्देश्य सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन से संबंधित छात्रों की चिंताओं और प्रश्नों का समाधान किया है। कार्यक्रम का प्रसारण शिक्षा मंत्री के फेसबुक और ट्विटर पेज पर किया गया।
शिक्षा मंत्री ने ट्वीट करके बताया था कि “सीबीएसई परीक्षा से जुड़ी छात्रों के मन में जो भी संदेह हैं, उसका मैं 25 जून 2021 को शाम 4 बजे सोशल मीडिया के माध्यम से आपको जवाब देने का प्रयास करूंगा।” बता दें कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने हाल ही में 1 जून को बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद कक्षा 12 के छात्रों के मूल्यांकन के लिए मार्किंग स्कीम की घोषणा की थी। मार्किंग स्कीम के अनुसार, छात्रों का मूल्यांकन कक्षा 10, 11 और 12 में उनके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा।
पोखरियाल ने कहा, "यदि आप मूल्यांकन पद्धति से खुश नहीं हैं, तो चिंता न करें। हम अगस्त में वैकल्पिक परीक्षा आयोजित करने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा कि आपका स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने अपने लाइव सत्र के दौरान कहा कि छात्रों का स्वास्थ्य सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण चिंता है। उन्होंने कहा, "कक्षा 10, 12 के छात्रों का मूल्यांकन एक वस्तुनिष्ठ योजना के आधार पर किया जाएगा और इससे छात्रों को लाभ होगा। जो छात्र परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे उन्हें परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा।"
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो अंको से संतुष्ट नहीं होंगे उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था किया जाएगा। उन छात्रों के लिए अगस्त में परीक्षा आयोजित की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है कि वह शाम 4 बजे अपने लाइव सत्र के दौरान छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश देंगे।
“मुझे आपके बहुत सारे संदेश और सूचनाएं लगातार मिल रही हैं। आपकी कुछ आशंकाएं आपके संदेशों में भी व्यक्त की गई हैं। यदि आपके पास सीबीएसई परीक्षा से संबंधित कोई अन्य प्रश्न हैं तो आप मुझे ट्विटर, फेसबुक या मेल द्वारा भी भेज सकते हैं, "शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने ट्वीट किया।
कक्षा 12 के छात्रों के लिए सीबीएसई द्वारा घोषित मूल्यांकन नीति में कुल तीन भाग होंगे - कक्षा 10 का (30%) बोर्ड परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ 3 प्रदर्शन करने वाले विषयों पर आधारित होगा, कक्षा 11 का (30%) अंतिम परीक्षा पर आधारित होगा और यूनिट टेस्ट / मिड-टर्म / प्री-बोर्ड के आधार पर कक्षा 12 का (40%)। छात्र मूल्यांकन नीति और अन्य परीक्षाओं से संबंधित अपनी चिंता शिक्षा मंत्री से उठाएंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के बारे में छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए आज, 25 जून, शाम 4 बजे एक इंटरैक्टिव सत्र की मेजबानी करेंगे, जिसे इस साल कोविड -19 महामारी के कारण रद्द कर दिया गया है।