देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों के बीटेक कोर्स में दाखिला लेने के लिए हर साल आयोजित होने वाली जेईई मेन परीक्षा 2025 से बदल जाएगी। दरअसल, इस परीक्षा को आयोजित करने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने परीक्षा के पैटर्न में एक बड़ा बदलाव किया है। इस बदलाव को लेकर स्टूडेंट्स काफी कन्फ्यूज हैं कि यह बदलाव उनके फायदे के लिए है या फिर इससे उनका नुकसान होगा। जेईई मेन 2025 के एग्जाम पैटर्न में हुए बदलाव पर एक्सपर्ट की क्या राय है वह भी जानना जरूरी है।

एग्जाम पैटर्न में क्या हुआ बदलाव?

इस आर्टिकल में हम आपको जेईई मेन परीक्षा पैटर्न में हुए बदलाव पर एक्सपर्ट के रिएक्शन के बारे में बताएंगे। इससे पहले यह जान लेते हैं कि आखिर एग्जाम पैटर्न में क्या बदलाव होने जा रहा है। दरअसल, 2025 में होने वाली जेईई मेन प्रवेश परीक्षा में हर विषय के प्रश्न पत्र के सेक्शन-बी में अब सिर्फ 5 सवाल ही होंगे और स्टूडेंट्स को उन सभी सवालों का जवाब देना होगा। अभी तक सेक्शन-बी में 10 सवाल होते थे और स्टूडेंट्स को उनमें से कोई भी 5 अटैंप्ट करने होते थे।

कोरोना काल में आया था नया पैटर्न

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कोविड काल में किए गए बदलावों को रद्द करके फिर से पुराने पैटर्न को लागू कर दिया है। बता दें कि 2020 में जेईई मेन परीक्षा इसी रिवाइज्ड पैटर्न पर आयोजित की गई थी। 2021, 2022 और 2023 में जेईई मेन एग्जाम पैटर्न नया था, लेकिन अब 2025 में फिर से पुराना पैटर्न देखने को मिलेगा।

इस बदलाव पर एक्सपर्ट की राय

एनटीए के इस निर्णय ने पूरे भारत में छात्रों, शिक्षकों और कोचिंग संस्थानों को कन्फ्यूज कर दिया है, लेकिन एक्सपर्ट की राय उन उम्मीदवारों की उलझन को दूर करने वाली है। फिजिक्स वाला (पीडब्लू) के कैमिस्ट्री फैकल्टी के हेड पंकज सिजारिया का मानना ​​है कि यह बदलाव छात्रों के लिए फायदेमंद होने की संभावना है, क्योंकि पहले उच्च कुल स्कोर के परिणामस्वरूप कटऑफ बढ़ जाती थी, जिससे छोटी-छोटी गलतियों के लिए भी रैंक में बड़ा अंतर आ जाता था, लेकिन अब कटऑफ कम रहने के आसार हैं।

पंकज सिजारिया का कहना है कि इस बदलाव के बाद 99 प्रतिशत स्कोर जो पहले लगभग 200 अंक हुआ करता था, अब लगभग 170 अंकों पर प्राप्त किया जा सकता है, जिससे छात्रों पर दबाव कम हो जाएगा।

इस बदलाव पर स्टूडेंट्स की राय

एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद में JEE मेन्स की तैयारी कर रहे कैंडिडेट प्राणकृष्ण का कहना है, “सेक्शन बी में 10 में से पांच प्रश्न चुनने की क्षमता ने हमें उन विषयों को छोड़ने का मौक़ा दिया जो हमें कठिन लगे। अब, हमें बिना किसी गलती के हर चीज़ के लिए पूरी तरह से तैयारी करनी होगी।”

एनआईटी सिलचर के एक छात्र जो JEE मेन 2021 में उपस्थित हुए थे उन्होंने कहा कि महामारी के समय में परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों को वैकल्पिक सेक्शन से आसान प्रश्न चुनने का लाभ मिला, जिससे संभावित रूप से उनके स्कोर में वृद्धि हुई, लेकिन 2025 में इसे देने वालों के पास फ्लेक्सिबिलिटी नहीं होगी।