International Literacy Day 2022: आज अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस है। हर वर्ष 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है। शिक्षा के महत्व को बताने और इसे समझने के लिए साक्षरता दिवस मनाया जाता है। साक्षरता हर देश और राज्य के लिए बहुत ही जरूरी है, जो राष्ट्र के विकास में बहुमूल्य योगदान देता है।
1966 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की ओर से 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (ILD) के रूप में घोषित किया गया था। लोगों को समुदायों, समाजों और व्यक्तियों की बेहतरी के लिए साक्षरता के महत्व के बारे में याद दिलाने और उच्च साक्षरता दर के सकारात्मक प्रभावों को उजागर करने के लिए दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
International Literacy Day 2022: केरल में सबसे अधिक 96.2 फीसदी लोग साक्षर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2021 में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के सर्वेक्षण के मुताबिक भारत की कुल साक्षरता दर 77.7 फीसदी है। ग्रामीण क्षेत्रों में 73.5 फीसदी और शहरी क्षेत्रों में 87.7 फीसदी लोग साक्षर है। वहीं केरल की साक्षरता दर सबसे अधिक है। करेल में 96.2 फीसदी लोग साक्षर हैं।
World Literacy Day 2022: दुनिया भर में 771 मिलियन निरक्षर
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार दुनिया भर में 771 मिलियन निरक्षर लोगों के साथ साक्षरता चुनौतियां बनी हुई हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएं हैं, जिनके पास अभी भी बुनियादी पढ़ने और लिखने के कौशल की कमी है और वे अतिसंवेदनशीलता का सामना कर रहे हैं।
वहीं हितधारकों का यह भी मानना है कि साक्षरता के माध्यम से न केवल गरीबी, बेरोजगारी और लैंगिक असमानता को धीरे-धीरे समाप्त किया जा सकता है, बल्कि उन क्षेत्रों और समाजों में मानवाधिकारों को बढ़ावा देने में भी मदद मिल सकती है जो अपने अधिकारों के ज्ञान की कमी के कारण पीड़ित हैं।
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम “ट्रांसफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेसेस” है और इसका फोकस लोगों से साक्षरता सीखने के स्थानों के मूलभूत महत्व पर पुनर्विचार करने और दुनिया भर के सभी व्यक्तियों के लिए गुणवत्ता, न्यायसंगत और समावेशी शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए आग्रह करना है।