आज पूरा देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और आम से लेकर खास आदमी तक सभी इस आजादी को सेलिब्रेट कर रहे हैं। ये बात तो सभी को पता है कि हमने आजादी के लिए बहुत बड़ी कीमत चुकाई है जिसमें हमारे वीर क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत मां को अंग्रेजी हुकूमत से आजाद करवाया है। मगर ये बात बहुत कम लोगों को पता होती है कि स्वतंत्रता अपने साथ प्रत्येक स्वतंत्र व्यक्ति के लिए कुछ कर्तव्य और दायित्व भी लेकर आती है।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से लेकर भारत के आजाद होने तक का सफर लगभग देश के हर व्यक्ति को पता होता है लेकिन नागरिक इस स्वतंत्रता के साथ मिलने वाली जिम्मेदारियों को न याद रखते हैं न अपने दायित्वों का निर्वहन करते हैं। Jansatta.com के इस स्पेशल आर्टिकल में जान लीजिए भारतीय नागरिक के वो कर्तव्य और दायित्व जिन्हें पूरा करके आप एक सच्चे नागरिक और देशभक्त कहलाएंगे।
भारत के नागरिकों के देश के प्रति कुछ कर्तव्य और दायित्व
- संविधान का पालन- देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वो भारत के संविधान का पालन करें और उसका सम्मान करें।
- कानून का पालन- देश के प्रत्येक नागरिक के लिए अनिवार्य है कि वो देश के कानून का पालन करें और व्यवस्था बनाने में अपना सहयोग करें।
- एकता और अखंडता की रक्षा- देश के प्रत्येक नागरिक को भारत की एकता और अखंडता की रक्षा करनी चाहिए।
- अनुशासन- देश के प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह अनुशासन और नैतिकता का पालन करें।
- अधिकारों का प्रयोग- प्रत्येक नागरिक को अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग सावधानी से करना चाहिए और इसके साथ ही उन्हें दूसरों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए।
- देश की संपत्ति- प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह देश की संपत्ति का संरक्षण करने में अपना पूरा सहयोग दें और नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ आवाज उठाएं।
- पर्यावरण संरक्षण- एक जिम्मेदार नागरिक से आशा की जाती है कि वह देश के पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दें, ताकि आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ पर्यावरण दिया जा सके।
- सामाजिक न्याय- देश के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वह सामाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा दें और किसी भी अन्याय होने की स्थिति में अपनी आवाज मुखर करें।
- शिक्षा और स्वास्थ्य- एक जागरूक नागरिक के तौर पर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना योगदान दें, जैसे प्रत्येक व्यक्ति की साक्षरता और स्वास्थ्य के लिए अपने स्तर पर प्रयासरत रहना।
- देश सेवा- देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह जरूरत पड़ने पर देश सेवा के लिए तैयार रहें, यह सेवा किसी भी आपात स्थिति में किसी भी क्षेत्र में हो सकती है।
- मतदान का प्रयोग- देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करें और देश में एक मजबूत लोकतंत्र की स्थापना में अपना सहयोग दें।
- सांस्कृतिक विरासत- प्रत्येक नागरिक की ये जिम्मेदारी है कि वह देश की सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करें और उसे बनाए रखने में अपना सहयोग दें।
- देश हित सर्वोपरि- देश के प्रत्येक नागरिक का ये कर्तव्य है कि वह वैश्विक मामलों में देश के हितों का समर्थन करें।
यहां बताए गए कर्तव्यों और दायित्वों का पालन करके, भारत के नागरिक देश की प्रगति और विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। अगर ऊपर बताए गए सभी कर्तव्यों और दायित्वों का निर्वहन सही ढंग से होता है,तो यकीनन भारत विश्वगुरु बन जाएगा।