Republic Day 2025 Kavita, Poem In Hindi: भारत का राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस जिसे पूरे देश में पूरी धूमधाम और गर्व के साथ मनाया जाता है। इस दिन सरकारी दफ्तरों से लेकर स्कूल कॉलेज तक में तरह तरह के कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, भाषण प्रतियोगिता, कविता पाठ, निबंध लेखन शामिल होते हैं, जिसमें छात्रों के साथ साथ शिक्षक भी भाग लेते हैं।
अगर आप गणतंत्र दिवस 2025 पर अपने स्कूल में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहते है लेकिन अभी तक करना क्या है ये विचार नहीं बना सके हैं, तो यहां जान लीजिए उन छोटी लेकिन दमदार देशभक्ति कविताओं के बारे में, जिन्हें मंच से पढ़ने के बाद आप वहां मौजूद छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों की तालियां और वाहवाही लूट लेंगे।
Republic Day 2025 Kavita, Poem In Hindi: गणतंत्र दिवस पर हिन्दी में कविता
“आज हमारा देश महान है,
गणतंत्र दिवस का जश्न मनाएं।
स्वतंत्रता की लड़ाई में,
हमारे नेताओं ने बलिदान दिया है।
महात्मा गांधी, नेहरू और बोस,
इनके सपनों को हमें पूरा करना है।
हमारा देश एक विविध और समृद्ध देश है,
जहां विभिन्न धर्मों, जातियों और संस्कृतियों के लोग रहते हैं।
आइए हम सब मिलकर,
अपने देश को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाएं।
गणतंत्र दिवस का जश्न मनाएं,
और अपने देश के लिए काम करें।
जय हिंद! जय भारत!
हमारा देश महान है!”
Republic Day 2025 Kavita, Poem In Hindi: देशभक्ति कविता से भरें छात्रों में जोश
“मेरा देश मेरी जान है,
मेरा देश मेरी शान है।
मैं अपने देश से प्यार करता हूं,
और उसके लिए काम करना चाहता हूं।
मेरा देश एक महान देश है,
जहां विविधता में एकता है।
मेरा देश एक विविध और समृद्ध देश है,
जहां विभिन्न धर्मों, जातियों और संस्कृतियों के लोग रहते हैं।
मैं अपने देश की रक्षा करना चाहता हूं,
और उसकी एकता और अखंडता को बनाए रखना चाहता हूं।
मैं अपने देश के लिए काम करना चाहता हूं,
और उसके विकास में योगदान देना चाहता हूं।
जय हिंद! जय भारत!
मेरा देश महान है!”
Republic Day 2025 Kavita, Poem In Hindi: खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी कविता से छात्राओं में भरें जोश
सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,
बूढ़े भारत में आई फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी।
चमक उठी सन सत्तावन में, वह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
कानपूर के नाना की, मुँहबोली बहन छबीली थी,
लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वह संतान अकेली थी,
नाना के सँग पढ़ती थी वह, नाना के सँग खेली थी,
बरछी ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी।
वीर शिवाजी की गाथायें उसकी याद ज़बानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।।
(इस कविता को प्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका सुभद्रा कुमारी चौहान ने लिखा था)
Republic Day 2025 Kavita, Poem In Hindi: खूनी हस्ताक्षर कविता के जरिए करें नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद
वह खून कहो किस मतलब का
जिसमें उबाल का नाम नहीं।
वह खून कहो किस मतलब का
आ सके देश के काम नहीं।
वह खून कहो किस मतलब का
जिसमें जीवन, न रवानी है!
जो परवश होकर बहता है,
वह खून नहीं, पानी है!
उस दिन लोगों ने सही-सही
खून की कीमत पहचानी थी।
जिस दिन सुभाष ने बर्मा में
मांगी उनसे कुर्बानी थी।
Republic Day 2025 Kavita, Poem In Hindi: महात्मा गांधी पर कविता से छात्रों को दें नया संदेश
राष्ट्रपिता जो कहे जाते हैं,
प्यार से बापू उन्हें बुलाते हैं।
जिन्होंने देश को आजाद कराया।
सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया।
महात्मा गांधी वो कहलाते हैं।
उन्होंने विलास को छोड़कर,
अपना जीवन देश की आज़ादी में लगाया।
विदेशी कपड़ों को त्याग कर उसने ।
देशी का महत्व समझाया।
कई आंदोलन और सत्याग्रह किये।
अंग्रेजों से लड़ने के लिए,
लोगों को अपने साथ किये,
देश को आज़ाद कराने के लिए।
सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर।
अंग्रेजों से लड़ी लड़ाई।
अपना तन मन धन सब कुछ सौंप दिया
अपने आपको पूरा झोंक दिया।
अंत तक लड़ी लड़ाई देश को आजादी दिलायी¹।