Frank Kameny (फ्रैंक कैमिनी) Google Doodle: Google ने आज अमेरिकी खगोलशास्त्री, द्वितीय विश्व युद्ध के दिग्गज और समलैंगिक अधिकार कार्यकर्ता डॉ फ़्रैंक कैमिनी को याद किया है। गूगल ने अपने होमपेज पर एक डूडल बनाया है, जिसमें कैमिनी को एक रंगीन माला पहने हुए दिखाया गया है, जून के महीने में प्रवेश करते ही उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है, जिसे विश्व स्तर पर ‘प्राइज मंथ’ के रूप में मनाया जाता है। Google ने कैमिनी को “यूएस एलजीबीटीक्यू अधिकार आंदोलन के सबसे प्रमुख में से एक” के रूप में दिखाया है और “दशकों की प्रगति के लिए साहसपूर्वक मार्ग प्रशस्त करने के लिए” उनका धन्यवाद किया है।
कैमिनी का जन्म 21 मई, 1925 को क्वींस, न्यूयॉर्क में हुआ था। उन्होंने भौतिकी का अध्ययन करने के लिए 15 साल की छोटी उम्र में क्वींस कॉलेज में दाखिला लिया। कैमिनी ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से खगोल विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने से पहले द्वितीय विश्व युद्ध में लड़ाई लड़ी। 1957 में, वह आर्मी मैप सर्विस के साथ एक खगोलशास्त्री बन गए, लेकिन सरकार द्वारा LGBTQ समुदाय के सदस्यों को संघीय रोजगार से प्रतिबंधित करने के कुछ महीने बाद अपनी नौकरी खो दी। कामेनी ने सरकार पर मुकदमा दायर किया, और 1961 में, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में पहली समलैंगिक अधिकार अपील दायर की।
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Highlights
फ्रैंक कैमिनी को उनके जीवन के अंतिम वर्षों में एक समलैंगिक अधिकार कार्यकर्ता के रूप में उनके काम के लिए व्यापक रूप से पहचाना गया था । 2009 में अपनी बर्खास्तगी के 50 वर्षों से अधिक समय बाद कामेनी से अमेरिकी सरकार ने औपचारिक रूप से माफी मांगी । जून 2010 में वॉशिंगटन डीसी ने उनके सम्मान में ड्यूपॉन्ट सर्कल के पास 17 वीं स्ट्रीट एनडब्ल्यू के एक खंड का नाम 'फ्रैंक कामेनी वे' रखा । फ्रैंक कामेनी का 2011 में 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया ।
70 के दशक की शुरुआत में उन्होंने अमेरिकन साइकियाट्रिक एसोसिएशन के समलैंगिकता को मानसिक विकार के रूप में वर्गीकरण को सफलतापूर्वक चुनौती दी और 1975 में सिविल सेवा आयोग ने अंततः एलजीबीटीक्यू कर्मचारियों पर लगाए प्रतिबंधों को हटा दिया ।
1960 में व्हाइट हाउस के बाहर समलैंगिक अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया । यह अमेरिका का पहला समलैंगिक विरोध प्रदर्शन था । उसके बाद 1965 में फ्रैंक कामेनी और अन्य 10 लोगों ने व्हाइट हाउस के सामने औऱ बाद में पेंटागन में समलैंगिक अधिकारों को लिए विरोध किया ।
1957 में फ्रैंक कामेनी ने आर्मी मैप सर्विस के साथ अमेरिका सरकार के खगोल शास्त्री के रूप में नौकरी स्वीकार कर ली लेकिन उनकी समलैंगिकता के कारण कुछ महीने में निकाल दिया गया । उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में नौकरी से निकाले जाने के बाद गुहार लगाई और 1960 में व्हाइट हाउस के बाहर समलैंगिक अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया ।
फ्रैंक कैमिनी ने हावर्ड विश्वविद्यालय से खगोल विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की । उन्होंने खगोल विज्ञान में मास्टर डिग्री (1949) और डॉक्टरेट (1956) दोनों के साथ स्नातक किया । उनकी डॉक्टरेट थीसिस का शीर्षक था- फोटोइलेक्ट्रिक स्टडी ऑफ सम आरवी टौरी और येलो सेमिरेगुलर वेरिएब्लस । साथ ही उन्होंने जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के खगोल विज्ञान विभाग में एक साल तक पढ़ाया।
फ्रैंकलिन एडवर्ड कामेनी ने 15 साल की छोटी उम्र में भौतिकी का अध्ययन करने के लिए क्वींस कॉलेज में दाखिला लिया। इस दौरान उन्होंने यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सेना में सेवा की । सेना छोड़ने के बाद क्वींस कॉलेज लौट आए और 1948 में भौतिकी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की ।
गूगल आज फ्रेंड कैमिनी की उपलब्धियों का जश्न मना रहा है। दरअसल, इसके पीछे भी खास वजह है। जून का महीना शुरू हो चुका है। पूरी दुनिया में समलैंगिक अधिकारों का समर्थन करने वाले लोग इसे 'प्राइड मंथ' (Pride Month) के तौर पर मनाते रहे हैं। इसे एक तरह से कथित 'सामाजिक कलंक' के उलट गर्व के तौर पर मनाने की परंपरा है।
फ्रैंक कामेनी ने 1957 में हावर्ड यूनिवर्सिटी से खगोल विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। 1957 में फ्रैंक कामेनी ने आर्मी मैप सर्विस के साथ अमेरिका सरकार के खगोल शास्त्री के रूप में नौकरी की लेकिन उनकी समलैंगिकता की वजह से उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया।
फ्रैंक कैमिनी का पूरा नाम फ्रैंकलिन एडवर्ड कैमिनी (Franklin Edward Kameny) था। इनका जन्म 21 मई 1925 को अमेरिका के न्यूयॉर्क में हुआ था। फ्रैंकलिन एडवर्ड कैमिनी ने 15 साल की उम्र में ही भौतिकी का अध्ययन करने के लिए क्वींस कॉलेज में दाखिला लिया।
1971 में, कैमिनी अमेरिकी कांग्रेस के लिए पहली बार खुले तौर पर समलैंगिक उम्मीदवार बने। कैमिनी को उनके जीवन के अंतिम वर्षों में समलैंगिक अधिकारों के अग्रणी के रूप में उनके काम के लिए व्यापक रूप से पहचाना गया था।
70 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने अमेरिकन साइकियाट्रिक एसोसिएशन के समलैंगिकता को मानसिक विकार के रूप में वर्गीकृत करने को सफलतापूर्वक चुनौती दी और 1975 में, सिविल सेवा आयोग ने अंततः LGBTQ कर्मचारियों पर अपने प्रतिबंध को उलट दिया।
आर्मी मैप सर्विस से निकाले जाने के 50 से ज्यादा साल के बाद, 2009 में अमेरिकी सरकार ने औपचारिक रूप से कौमेनी से माफी मांगी। जून 2010 में, वाशिंगटन डीसी ने ड्यूपॉन्ट सर्कल के पास 17 वीं स्ट्रीट एनडब्ल्यू के एक सेक्शन का नाम "फ्रैंक कामेनी वे" रखा।
कैमिनी ने अमेरिका में पहले समलैंगिक अधिकारों की वकालत करने वाले समूहों में से एक का आयोजन किया। 1970 के दशक की शुरुआत में, उन्होंने अमेरिकन साइकियाट्रिक एसोसिएशन के समलैंगिकता के वर्गीकरण को एक मानसिक विकार के रूप में चुनौती दी।