केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र के लिए माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक कक्षाओं (9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं) के लिए पाठ्यक्रम की घोषणा कर दी है। इन कक्षाओं में प्रवेश लेने वाले छात्र और उनके अभिभावक सीबीएसई की आधिकारिक शैक्षणिक वेबसाइट cbseacademic.nic.in पर जाकर अपनी कक्षा के पाठ्यक्रम की जांच कर सकते हैं।

CBSE syllabus for academic session 2025-26: सीबीएसई ने जारी किया ऑफिशियल स्टेटमेंट

नए शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं का पाठ्यक्रम जारी होने के मौके पर डॉ. प्रज्ञा एम सिंह निदेशक (अकादमिक) ने कहा कि, नए सत्र के लिए पाठ्यक्रम में शैक्षणिक सामग्री, परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम, लर्निंग रिजल्ट, अनुशंसित शैक्षणिक अभ्यास और कक्षा 9 से 12 के लिए मार्किंग फ्रेमवर्क पर व्यापक दिशानिर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा, “विषयों को निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप पढ़ाया जाना चाहिए, जिसमें छात्रों की वैचारिक समझ और अनुप्रयोग को बढ़ाने के लिए अनुभवात्मक शिक्षण, योग्यता-आधारित मूल्यांकन और अंतःविषय दृष्टिकोण को एकीकृत किया जाना चाहिए।”

CBSE syllabus for academic session 2025-26: साल में दो बार होगी बोर्ड परीक्षा

सीबीएसई ने 2026 से कक्षा 10वीं के छात्रों के लिए साल में दो बार बोर्ड परीक्षा का आयोजन करने का मसौदा जारी किया गया है और अगर इसे लागू किया जाता है, तो यह मौजूदा प्रणाली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला साबित हो सकता है।

साल में दो बार होने वाली कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए जमा होने वाले परीक्षा शुल्क में बढ़ोतरी की जाएगी, जिसके बाद परीक्षाओं के लिए स्कूलों द्वारा उम्मीदवारों की सूची जमा करने का काम किया जाएगा।

CBSE syllabus for academic session 2025-26: नहीं जारी होगा पहली बोर्ड परीक्षा का परिणाम

सीबीएसई की तरफ जारी सूचना के अनुसार, साल में दो बार होने वाली बोर्ड परीक्षा में पहली परीक्षा का परिणाम जारी नहीं किया जाएगा। पहली बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र अगर दूसरी बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं, तो वह कक्षा 11वीं में प्रवेश के लिए अपने रिजल्ट की जांच डिजिलॉकर पर कर सकते हैं। उत्तीर्ण प्रमाण पत्र दूसरी बोर्ड परीक्षा होने के बाद ही जारी किया जाएगा।

CBSE syllabus for academic session 2025-26: प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए नियम

सीबीएसई द्वारा कक्षा 10वीं की साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी लेकिन प्रैक्टिकल एग्जाम और इंटरनल असेसमेंट का आयोजन सिर्फ एक बार ही किया जाएगा। जो छात्र पहली बोर्ड परीक्षा में फेल होंगे उन्हें प्रोविजल तौर पर कक्षा 11वीं में प्रवेश दिया जाएगा लेकिन उनका प्रवेश दूसरे परीक्षा परिणाम की सूची के बाद ही पक्का किया जाएगा।