CBSE NEET 2018: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) अब उनके लिए भी अनिवार्य होगा जो विदेशी विश्वविद्यालयों में मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) के इस प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है। MCI ने स्क्रीनिंग टेस्ट रेग्यूलेशन्स, 2002 में संशोधन करना का प्रस्ताव दिया था, जिसे मंजूरी मिलने के बाद विदेशी यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई के लिए दाखिला पाने के लिए NEET पास करना जरूरी हो गया है। सरकारी और निजी कॉलेजों में एमबीबीएस/बीडीएस की पढ़ाई के लिए प्रवेश पाने के लिए 2016 में NEET की शुरुआत की गई थी।
यह संज्ञान में आया है कि विदेशी चिकित्सा संसथान/विश्वविद्यालय में भारतीय छात्रों के प्रवेश से पहले उनका उचित स्क्रीनिंग टेस्ट नहीं लेते हैं और इसी वजह से बहुत से छात्र स्क्रीनिंग में नाकाम हो जाते हैं। इसी के मद्देनजर MCI ने स्क्रीनिंग टेस्ट रेग्यूलेशन्स, 2002 में संशोधन करना का प्रस्ताव दिया था। बता दें सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET 2018, UG) का नोटिफिकेशन 8 फरवरी को जारी कर दिया था। NEET 2018 की परीक्षा 6 मई 2018 को होगी। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 08.02.2018 से 09.03.2018 तक चलेगी।
ऑनलाइन एप्लिकेशन फीस जमा कराने की अंतिम तिथि 10.03.2018 है। जनरल और OBC श्रेणी के उम्मीदवारों को 1400 रुपये और SC/ST/PH उम्मीदवारों को 750 रुपये की एप्लिकेशन फीस भरनी होगी। एमबीबीएस / बीडीएस पाठ्यक्रमों की सभी सीटों के लिए दाखिला NEET 2018 के तहत होगा। सीटों की श्रेणियां इस प्रकार होगी: ऑल इंडिया कोटा सीटें; राज्य सरकार कोटा सीटें; केंद्रीटय संस्थान/विश्वविद्यालय / डीम्ड यूनिवर्सिटी; प्राइवेट मेडिकल/डेंटल/ या किसी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में स्टेट/मैनेजमेंट/एनआरआई कोटा सीटें और सेंट्रल पूल कोटा सीटें होंगी।
