केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से देशभर में आयोजित की गई नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट) परीक्षा में लाखों लोगों ने भाग लिया था और अब उन्हें अपने परीक्षा के नतीजे और अपने प्रदर्शन का अंदाजा लगाने के लिए आंसर की का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीदवारों का इंतजार खत्म ही हो जाएगा, क्योंकि इस परीक्षा के नतीजे अगले महीने 8 जून को जारी कर दिए जाएंगे। वहीं आधिकारिक आंसर की जल्द ही जारी की जाएगी, हालांकि इस परीक्षा की तैयारी करवाने वाले संस्थानों ने परीक्षा की आंसर की जारी कर दी है, उसके माध्यम से उम्मीदवार अपने परीक्षा प्रदर्शन का अंदाजा लगा सकते हैं। आंसर की जारी होने के बाद उम्मीदवार किसी सवाल के जवाब को लेकर ओब्जेक्शन भी दर्ज करवाए जा सकते हैं।
बता दें कि देशभर के 1921 परीक्षा केंद्रों पर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन किया था। इस परीक्षा में 11 लाख 35 हजार 104 उम्मीदवारों ने भाग लिया था, जो कि पिछले साल के परीक्षार्थियों से 41.42 फीसदी ज्यादा है। सीबीएसई ने कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए इस बार कड़े नियम बनाए थे। बोर्ड ने करीब 95 हजार सीटों पर दाखिले के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया था, जिसमें 6500 एमबीबीएस और 25000 बीडीएस सीट शामिल है। इसके माध्यम से सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों में उम्मीदवारों को दाखिला दिया जाएगा।
इस साल इंग्लिश के साथ-साथ नीट एग्जाम कुल 10 भारतीय भाषाओं में आयोजित करवाया गया था, जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, असमी, बांग्ला, गुजराती, मराठी, कन्न्ड़, ओड़िया, तमिल और तेलुगू शामिल है। इस परीक्षा में पास हुए विद्यार्थियों का उन मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेस में दाखिला होता है। जो मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया और डेटल कांउसिल ऑफ इंडिया द्वारा संचालित होते हैं। वहीं परीक्षा को लेकर केरल से एक मामला सामने आया था, जहां एक परीक्षार्थी ने आरोप लगाया गया है कि उसे एग्जाम हॉल में घुसने से पहले इनरवेयर उतारने को कहा गया। बता दें कि इस पर ड्रेस और परीक्षार्थियों की ओर परीक्षा भवन में ले जाने वाले सामान को लेकर कई कड़े नियम बनाए गए थे।