सीबीएसई बोर्ड के 12वीं के एग्जाम पर लगातार असमंजस चल रहा है। इसके लिए रविवार 23 मई को एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी जिसमें सभी राज्यों का अलग अलग मत है। मंत्रियों से चर्चा के बाद बैठक की अध्यक्षता कर रहे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि, “सरकार की प्राथमिकता सभी परीक्षाओं को सुरक्षित माहौल में आयोजित करना है।” सभी राज्यों को 25 मई तक अपनी राय लिखित में देने के कहा गया है। जिसपर शिक्षा मंत्रालय समीक्षा करेगा और और 1 जून को परीक्षा को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो जुलाई के पहले हफ्ते में करीब 20 जरूरी विषयों की परीक्षा आयोजित कराई जा सकती है। इस बैठक के बाद ये तो साफ हो गया है कि सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा स्थगित नहीं की जाएंगी।
जानकारी के मुताबिक सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा 174 में से केवल 19 प्रमुख विषयों के लिए आयोजित की जा सकती है और संभावना है कि ये दो चरणों में निर्धारित की जाएगी – 15 से 30 जुलाई और 1-14 अगस्त तक. प्रत्येक परीक्षा तीन घंटे के बजाय डेढ़ घंटे की होगी और प्रश्न पत्र में केवल ऑब्जेक्टिव और लघु उत्तरीय प्रश्न होंगे। सीबीएसई स्टूडेंट् कम से कम पांच और अधिकतम छह विषय लेता है, जिनमें से चार आमतौर पर प्रमुख विषय होते हैं, जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, व्यवसाय अध्ययन, लेखा, भूगोल, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी शामिल हैं।
CBSE Board Class 12 Exam 2021 Live Updates: Check Here
Highlights
हम पहले ही पेपर प्रिंट कर चुके हैं, डिकोडेड कॉपियों के सेट बना चुके हैं और परीक्षाओं के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए 8,513 केंद्र आवंटित कर चुके हैं। हम COVID स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं। हम सीएम के साथ चर्चा करेंगे और इस महीने के अंत तक अंतिम निर्णय लिया जाएगा: डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 10वीं का रिजल्ट जारी करने के लिए Marks Distribution Formula जारी किया है। 10वीं बोर्ड के छात्रों का पेपर कैंसिल हो जाने के कारण, उन्हे marks उनके Internal Assessment के आधार पर दिए जाएंगे। cbse ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर FAQs जारी किया है। cbse ने यह घोषणा की है कि वह जल्द ही 10वीं (सत्र 2020-2021)का रिजल्ट अपने official portal पर अपलोड करेगा।
रविवार 23 मई को केंद्रीय मंत्रियों, राज्य के मंत्रियों और शिक्षा अधिकारियों की बैठक में, कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा और प्रवेश परीक्षा आयोजित करने पर, केंद्र ने राज्यों के सामने दो विकल्प रखे। जिसमें एक विकल्प यह था कि कक्षा 12 के छात्र केवल कुछ चुनिंदा प्रमुख विषयों में परीक्षा लिखें और बाकी पर उन्हें इस आधार पर नंबर दिए जाएं, दूसरा विकल्प स्कूलों में परीक्षा आयोजित करना था लेकिन परीक्षा पैटर्न को बदलना था।
यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जांच करेगा कि केंद्रों में करोना प्रोटोकॉल कैसे बनाए रखा जाए। उन्होंने कहा, “हमने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पंचायत चुनाव और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इसलिए, हमारे लिए UP Class 12 Board Exam 2021 आयोजित करना मुश्किल नहीं होगा। ” यूपी 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 की तारीख के बारे में अधिक अपडेट के लिए छात्र यूपीएमएसपी की आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं।
NTA ने 1 अगस्त को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET 2021 की तारीख) निर्धारित की है। बोर्ड और पात्रता परीक्षाओं में परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव को देखते हुए, NEET 2021 की तारीख भी स्थगित हो सकती है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर ने देश भर में बिगड़ती COVID-19 स्थिति को देखते हुए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) एडवांस 2021 को स्थगित कर दिया है।
जेईई एडवांस 2021 को स्थगित कर दिया गया है। और उन छात्रों के लिए जिन्होंने 2020 में जेईई एडवांस में उपस्थित होने के लिए सफलतापूर्वक पंजीकरण किया था, लेकिन कोरोना के कारण परीक्षा के लिए अनुपस्थित थे, उन्हें 2021 में सीधे फिर से उपस्थित होने की अनुमति दी जाएगी।
यूपी बोर्ड कक्षा 12 की डेट शीट की घोषणा 31 मई तक की जाएगी। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा है कि बोर्ड ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए पेपर पहले ही प्रिंट कर लिया है और डिकोडेड कॉपियों के सेट बनाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ चर्चा करने के बाद कक्षा 12 की परीक्षा तिथियों पर निर्णय लिया जाएगा।
हम पहले ही पेपर प्रिंट कर चुके हैं, डिकोडेड कॉपियों के सेट बना चुके हैं और परीक्षाओं के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए 8,513 केंद्र आवंटित कर चुके हैं। हम COVID स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं। हम सीएम के साथ चर्चा करेंगे और इस महीने के अंत तक अंतिम निर्णय लिया जाएगा: डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा है कि राज्य अभी COVID-19 स्थिति का विश्लेषण कर रहा है और यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ चर्चा करने के बाद इस महीने के अंत तक लिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए, एक परीक्षा हॉल में केवल 20 छात्रों को बैठाया जाएगा, टेस्ट के दौरान महामारी से संबंधित सभी एसओपी का सख्ती से पालन किया जाएगा।
महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने रविवार की बैठक के बाद कहा था कि राज्य अभी भी "नॉन एग्जामिनेशन रूट" के पक्ष में है।
सीबीएसई ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा 2021 को 15 जुलाई से 26 अगस्त के बीच आयोजित करने और सितंबर में परिणाम घोषित करने का प्रस्ताव दिया है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 10वीं का रिजल्ट जारी करने के लिए Marks Distribution Formula जारी किया है। 10वीं बोर्ड के छात्रों का पेपर कैंसिल हो जाने के कारण, उन्हे marks उनके Internal Assessment के आधार पर दिए जाएंगे। cbse ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर FAQs जारी किया है। cbse ने यह घोषणा की है कि वह जल्द ही 10वीं (सत्र 2020-2021)का रिजल्ट अपने official portal पर अपलोड करेगा।
पोखरियाल ने हाल में ही कहा था कि कोरोना ने शिक्षण को काफी प्रभावित किया है. ऐसे में हमें विशेषकर उन जिलों पर ध्यान देना होगा जहां डिजिटल गैप ज्यादा ज्यादा हो रहा है. ऐसे में इसे बरकरार रखने के लिए भी लिया जा सकता है फैसला.
रविवार, 23 मई को मंत्रियों ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा और अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा (जेईई और एनईईटी) पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए हमने 10वीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने और आंतरिक मूल्यांकन के माध्यम से मूल्यांकन करने का निर्णय लिया है लेकिन कक्षा 12 की परीक्षाएं एक छात्र के भविष्य को तय करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडास्मा ने कक्षा 12वीं बोर्ड विज्ञान और जनरल स्ट्रीम की परीक्षा के पैटर्न की घोषणा सोशल मीडिया के माध्मय से की थी।
असम सरकार ने घोषणा की है कि जो छात्र हाई स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (HSLC) और हायर सेकेंडरी (HS) परीक्षा में शामिल होंगे, वे केवल तीन पेपरों दे सकते हैं।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए क्योंकि यह छात्रों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, वर्तमान स्थिति के बीच ऐसा नहीं हो सकता है। लेकिन एक अस्थायी तिथि की घोषणा की जानी चाहिए। ऑनलाइन परीक्षा का एक विकल्प भी है," बिहार शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी
कोरोना के दौरान केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का फैसला लेगा। पेरेंट्स एसोसिएशन सहित समाज के अन्य लोग भी 12वीं की परीक्षा रद्द करने की मांग लगातार कर रहे हैं।
पोखरियाल ने हाल में ही कहा था कि कोरोना ने शिक्षण को काफी प्रभावित किया है. ऐसे में हमें विशेषकर उन जिलों पर ध्यान देना होगा जहां डिजिटल गैप ज्यादा ज्यादा हो रहा है. ऐसे में इसे बरकरार रखने के लिए भी लिया जा सकता है फैसला.
शिक्षा मंत्रालय को मिले सुझावों के अनुसार केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं बोर्ड के मुख्य विषयों के लिए ही परीक्षा आयोजित की जा सकती है. 12वीं कक्षा में छात्रों के लिए कुल 174 सब्जेक्ट का ऑप्शन है. इनमें केवल 20 विषयों को सीबीएसई द्वारा मुख्य सब्जेक्ट माना जाता है. जिसमें जीव विज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान से लेकर भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, व्यवसाय अध्ययन, भूगोल, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी आदि शामिल है. हालांकि, सीबीएसई बोर्ड के मुताबिक छात्र न्यूनतम पांच और अधिक से अधिक छह विषय की ही परीक्षा दे सकते है. इनमें से भी चार सबसे प्रमुख विषय होते हैं।
गुजरात सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (GSHSEB) के साइंस स्ट्रीम के 1.40 लाख और जनरल स्ट्रीम (आर्ट्स एंड कॉमर्स) के 5.43 लाख छात्र 1 जुलाई से कक्षा 12वीं की परीक्षा में शामिल होंगे।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री, जिनके पास शिक्षा विभाग भी है, मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' को लिखा है कि वे छात्रों का टीकाकरण किए बिना कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित न करें।
शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडासमा ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए, एक परीक्षा हॉल में केवल 20 छात्रों को बैठाया जाएगा, टेस्ट के दौरान महामारी से संबंधित सभी एसओपी का सख्ती से पालन किया जाएगा।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि राज्यों के सामने रखे गए दो विकल्प मौजूदा COVID-19 महामारी के दौरान कक्षा 12 के छात्रों के मूल्यांकन की चुनौतियों से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। दोनों विकल्प छात्रों को "अतिरिक्त जोखिम" में डालते हैं और उनकी "मानसिक स्थिति" को अनदेखा करते हैं।
गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चुडास्मा ने कहा कि विज्ञान के पेपर में पहले भाग में बहुविकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू) होंगे जबकि दूसरे भाग में डिस्क्रिप्टिव टाइप के प्रश्न होंगे।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने रविवार को कहा कि बोर्ड कक्षा 12 वीं की एचबीएसई परीक्षा 15 जून से 20 जून के बीच आयोजित करने के लिए तैयार है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 10वीं का रिजल्ट जारी करने के लिए Marks Distribution Formula जारी किया है। 10वीं बोर्ड के छात्रों का पेपर कैंसिल हो जाने के कारण, उन्हे marks उनके Internal Assessment के आधार पर दिए जाएंगे। cbse ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर FAQs जारी किया है। cbse ने यह घोषणा की है कि वह जल्द ही 10वीं (सत्र 2020-2021)का रिजल्ट अपने official portal पर अपलोड करेगा।
समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को कहा कि बोर्ड परीक्षा आयोजित होने से पहले छात्रों को टीका लगाया जाना चाहिए, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने "टीकाकरण के बिना कोई परीक्षा नहीं" पर जोर दिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुजरात सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (GSHSEB) एक जुलाई से साइंस और जनरल स्ट्रीम के लिए 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित कर सकता है।
असम सरकार ने घोषणा की है कि जो छात्र हाई स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (HSLC) और हायर सेकेंडरी (HS) परीक्षा में शामिल होंगे, वे केवल तीन पेपरों दे सकते हैं।
तमिलनाडु सरकार के राज्य में लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाने के फैसले के बाद विश्वविद्यालय ने टीईई परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया है।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए क्योंकि यह छात्रों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, वर्तमान स्थिति के बीच ऐसा नहीं हो सकता है। लेकिन एक अस्थायी तिथि की घोषणा की जानी चाहिए। ऑनलाइन परीक्षा का एक विकल्प भी है," बिहार शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी
तमिलनाडु सरकार ने भी राज्य में COVID-19 की स्थिति कम होने के बाद परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव रखा है। स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने कहा, "अन्य राज्यों की तरह, तमिलनाडु भी कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करना चाहता है क्योंकि यह छात्रों के करियर को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।"
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उनकी सरकार परीक्षा आयोजित करने के लिए सीबीएसई द्वारा दिए गए विकल्पों के पक्ष में नहीं है और छात्रों का टीकाकरण किए बिना प्रक्रिया को आगे बढ़ाना एक बड़ी गलती साबित होगी।
पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि कठिन समय में छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए और इस संबंध में हर संभव कदम उठाया जाना चाहिए। मंत्री ने केवल तीन वैकल्पिक विषयों की परीक्षा आयोजित करने का सुझाव दिया।
14 अप्रैल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था. वहीं, 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द भी करना पड़ा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हाई लेवल बैठक बुलाकर यह फैसला लिया गया था. आपको बता दें कि सभी परीक्षाएं 4 मई से 14 जून के बीच होनी थीं।
कोरोना के दौरान केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का फैसला लेगा। पेरेंट्स एसोसिएशन सहित समाज के अन्य लोग भी 12वीं की परीक्षा रद्द करने की मांग लगातार कर रहे हैं।
पोखरियाल ने हाल में ही कहा था कि कोरोना ने शिक्षण को काफी प्रभावित किया है. ऐसे में हमें विशेषकर उन जिलों पर ध्यान देना होगा जहां डिजिटल गैप ज्यादा ज्यादा हो रहा है. ऐसे में इसे बरकरार रखने के लिए भी लिया जा सकता है फैसला.