केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षा 2026 का विषयवार अंक विभाजन जारी कर दिया है। आधिकारिक नोटिस CBSE की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस बार बोर्ड ने परीक्षा पैटर्न, थ्योरी, प्रैक्टिकल और आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment/Project) के अंकों का विस्तृत ब्योरा साझा किया है, जिससे छात्रों और स्कूलों को पहले से तैयारी करने में आसानी होगी।

कक्षा 10 का अंक विभाजन

कक्षा 12वीं में थ्योरी परीक्षा के 80 अंक और आंतरिक मूल्यांकन के 20 अंक निर्धारित हैं। कक्षा 10 में सभी मुख्य विषयों में यही पैटर्न लागू होगा, जिसके आंतरिक मूल्यांकन में प्रोजेक्ट, नोटबुक/क्लासवर्क, यूनिट टेस्ट और प्रैक्टिकल/एक्टिविटी को शामिल किया जाएगा।

कक्षा 12 का अंक विभाजन

कक्षा 12 में विषयों के अनुसार अंक विभाजन अलग-अलग होगा, जिसमें अधिकांश विषय थ्योरी के लिए 80 अंक और प्रैक्टिकल/आंतरिक मूल्यांकन के लिए 20 अंक निर्धारित हैं। इसके अलावा कुछ विषयों के लिए थ्योरी में 70 अंक और प्रैक्टिकल के 30 अंक निर्धारित हैं। कुछ व्यावहारिक विषयों के लिए थ्योरी 60 अंक और प्रैक्टिकल 40 अंक का रखा गया है।

प्रैक्टिकल / आंतरिक मूल्यांकन की तारीखें

1 जनवरी 2026 से 14 फरवरी 2026 तक इसके तहत कक्षा 10 और 12 के प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट और आंतरिक मूल्यांकन सभी स्कूलों में आयोजित होंगे।

कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा 2026

परीक्षा प्रारंभ: 17 फरवरी 2026

परीक्षा समाप्त: 10 मार्च 2026

पहला पेपर: गणित (स्टैंडर्ड एवं बेसिक)

अंतिम पेपर: फ्रेंच

समय:

सामान्यतः 10:30 AM से 1:30 PM

कुछ विषयों के लिए 10:30 AM से 12:30 PM

कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 2026

परीक्षा प्रारंभ: 17 फरवरी 2026

परीक्षा समाप्त: 9 अप्रैल 2026

रिकॉर्ड संख्या में परीक्षार्थी

इस साल सीबीएसई द्वारा बोर्ड परीक्षा 204 विषयों के लिए आयोजित की जाएगी, जिसमें 45 लाख से अधिक छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। बोर्ड एग्जाम के लिए भारत के अलावा 26 देशों में भी परीक्षा केंद्र स्थापित किए जाएंगे।

स्कूलों को नई गाइडलाइन

सीबीएसई ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि, नए अंक विभाजन को पढ़कर परीक्षा प्रबंधन सुनिश्चित करें और समय पर आंतरिक मूल्यांकन अपलोड करें। इसके साथ ही प्रैक्टिकल परीक्षा में सख्त पारदर्शिता बनाए रखें। गलत अंक अपलोड करने या देरी पर कार्रवाई संभव हैं।

छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सलाह

समय सारणी मिलते ही विषयवार अध्ययन योजना बनाएं और आंतरिक मूल्यांकन में अच्छे अंक लाने पर जोर दें। प्रैक्टिकल फाइल और प्रोजेक्ट समय से तैयार करें और सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट से सभी नोटिस चेक करते रहें।