सीबीएसई ने साल 2024 में होने वाले बोर्ड एग्जाम की तारीखों की घोषणा कर दी है। बोर्ड एग्जाम 15 फरवरी 2024 से शुरू होंगे। 10वीं क्लास की परीक्षाएं 13 मार्च जबकि 12वीं क्लास की परीक्षाएं 2 अप्रैल तक चलेंगी। सभी एग्जाम सुबह 10.30 बजे शुरू होंगे। इसी बीच स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSEL) ने एक डेटा जारी किया है। जिसके अनुसार, पिछली साल यानी 2023 में 29 लाख से अधिक छात्र क्लास 10वीं की परीक्षा में फेल हो गए थे। इतना ही नहीं डेटा के अनुसार, पिछले चार सालों में कक्षा 10वीं की परीक्षा पास न कर पाने वाले छात्रों की संख्या भी बढ़ी है। यह संख्या 2019 में 109800, 2020 में 100812, 2021 में 31196 और 2022 में तेजी से बढ़कर 117308 हो गई। यानी 10वीं की परीक्षा पास ने करने वाले छात्रों की संख्या पिछले चार सालों में बढ़ गई है।
10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे 1,89,90,809 छात्र
आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,89,90,809 छात्र कक्षा 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे। जिनमें से 1,60,34,671 छात्र परीक्षा पास हुए जबकि 29,56,138 छात्र 11वीं कक्षी में एडमिशन नहीं ले पाए। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 4 सालों में कक्षा 10वीं की परीक्षा पास न करने वालों छात्रों की संख्या बढ़ी है। रिपोर्ट के अनुसार, सीबीएसई के अलावा दूसरे बोर्ड के 10वीं के छात्र भी परीक्षा पास नहीं कर पाएं।
इनमें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस), असम बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी), छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, गुजरात सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड, बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन हरियाणा (एचएसईबी), महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड मध्य प्रदेश, और माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश बोर्ड शामिल हैं।
इन सभी बोर्ड ने कहा है कि काफी बडी संख्या में 10वीं के छात्र परीक्षा पास करने में असफल रहे। रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों के असफल होने के पीछे कई कारण हैं। जैसे छात्रों का स्कूल न जाना, स्कूल के नियमों के पालन न करना, पढ़ाई न करना, प्रश्न पत्र कठिन लगना, शिक्षकों की कमी, माता-पिता का सपोर्ट न मिलना, स्कूल और शिक्षकों का सपोर्ट ना मिलना आदि।