सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की फिजिक्स परीक्षा बुधवार (7 मार्च) को हुई। इस विषय में छात्रों के लिए मार्क्स स्कोर करना काफी कठिन हो जाता है। लेकिन वर्ष 2018 की फिजिक्स परीक्षा छात्रों के लिए कैसी रही? यह पता लगाने के लिए करते हैं परीक्षा का आकलन। रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्र परीक्षा तैयारी के लिए मिलने वाले समय को लेकर नाराज थे। उनके मुताबिक, परीक्षा की तैयारी के लिए ज्यादा दिन का समय मिलना चाहिए था। प्रश्न पत्र का सेक्शन C कई छात्रों को काफी कठिन लगा। कई एक्सपर्ट्स की भी यह राय है कि परीक्षा का सबसे कठिन हिस्सा सेक्शन C था। अधिकतम प्रश्न NCERT के पूछे गए थे। छात्रों के अनुसार प्रश्न पत्र में सिलेबस से बाहर कुछ नहीं पूछा गया।

परीक्षा पैटर्न, मार्किंग स्कीम- थ्योरी पेपर 70 अंकों का होता है। प्रश्न पत्र पांच सेक्शन्स में विभाजित होता है। सेक्शन A- 5 अंक; सेक्शन B- 10 अंक; सेक्शन C- 36 अंक; सेक्शन D- 4 अंक और सेक्शन E- 15 अंक का होता है। इंटरनल चॉइस की बात करें तो 2 अंक के एक प्रश्न; 3 अंक के एक प्रश्न और 5 अंक के सभी तीन प्रश्नों के लिए इंटरनल चॉइस दी गई। वहीं, एनडीटीवी से बातचीत में क्रेसेंट पब्लिक स्कूल में फिजिक्स के शिक्षक मुनीब हनीफा ने बताया कि प्रश्न पत्र एवरेज लेवल का था। उन्होंने कहा कि 5 अंक और 3 अंक के प्रश्न स्कोरिंग लेवल के थे। वहीं, सेक्शन C में कई प्रश्न HOTS यानी High Order Thinking skills टाइप प्रश्न थे। परीक्षा में दोनों भाग की पुस्तकों से बराबर प्रश्न शामिल किए गए थे।

परीक्षा कितनी कठिन रही, इस पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल का प्रश्न पत्र छात्रों को आसान लगा होगा। परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को सिर्फ एक दिन का समय मिला। ऐसे में, छात्रों के लिए अच्छे स्कोर्स हासिल करना कठिन होगा।