CBSE बोर्ड के 10वीं 12वीं के एग्जाम की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। हालांकि अभी यह तय नहीं किया गया है कि किस दिन किस सब्जेक्ट का एग्जाम होना है। बोर्ड की तरफ से पहले कहा गया था कि एग्जाम शुरू होने से 10 दिन पहले बता दिया जाएगा कि एग्जाम कब हैं। बोर्ड की तरफ से बताया गया है कि सीबीएसई बोर्ड के बचे हुए एग्जाम 01 से 15 जुलाई के बीच होंगे। बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर ‘फर्जी खबर’ फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी किया है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है। बता दें कि, सीनियर IAS अधिकारी मनोज आहूजा को पिछले सप्ताह अप्रैल में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव के रूप में नियुक्त किए गए आईएएस अनीता करवाल की जगह नए सीबीएसई अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
CBSE बोर्ड ने फैसला लिया है कि 10वीं की बची हुई विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी तथा केवल पहले हो चुकी परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही छात्रों का रिजल्ट जारी किया जाएगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कल ही केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के सामने यह सुझाव रखा था कि छात्रों को इंटर्नल मार्क्स के आधार पर ही प्रोमोट कर दिया जाए।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जा सकती है।
ओडिशा कैडर के 1990 बैच के IAS अधिकारी मनोज आहूजा पहले लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी के विशेष निदेशक के रूप में तैनात थे। उन्होंने CBSE का पदभार संभाला है और उन्हें इस समय वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं को पूरा करने की एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जिन्हें लॉकडाउन के कारण रोक दिया गया था।
इनके अतिरिक्त आरती आहुजा केंद्रीय प्रशासन में अतिरिक्त सचिव के पद पर नियुक्त की गई हैं। आरती आहूजा केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त सचिव के रूप में तैनात हैं। उन्होंने ओडिशा के स्वास्थ्य सचिव के रूप में काम किया है।
ओडिशा कैडर के 1990 बैच के IAS मनोज आहूजा को CBSE के नए चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने IAS अनीता करवाल की जगह ली। इससे पहले, वह लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में विशेष निदेशक थे।
बिहार बोर्ड ने इस वर्ष भी सबसे पहले बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। CBSE, CISCE और अन्य राज्य बोर्डों सहित कई बोर्डों ने अपने परिणाम देशभर में जारी लॉकडाउन के चलते स्थगित कर दिए हैं। ऐसे में अन्य बोर्ड की परीक्षा के रिजल्ट जारी होने में अभी समय लग सकता है। बिहार बोर्ड ने पिछले वर्ष भी सबसे पहले बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए थे।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी. पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
(भारत में)1. बिजनेस स्टडीज़, 2. भूगोल, 3. हिंदी कोर, 4. हिंदी इलेक्टिव, 5. होम साइंस, 6. सोशलॉजी, 7. कंप्यूटर साइंस (Old), 8. कंप्यूटर साइंस (New), 9. इनफॉर्मेशन प्रैक्टिस (old), 10. इनफॉर्मेशन प्रैक्टिस (new), 11. इनफॉर्मेशन टेक्नॉलोजी, 12. बायो- टेक्नॉलोजी
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए चल रही आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तिथि पहले ही बढ़ा दी है। इसलिए बोर्ड रिजल्ट के बाद एंट्रेस एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों को ज्यादा परेशान नहीं होगी।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर, जिसका उल्लेख केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने भी किया था, में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी भी वर्ग के लिए पाठ्यक्रम कम किया गया है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
बोर्ड ने 10वीं की परीक्षाएं रद्द करने के संबंध में 01 अप्रैल को ही सर्कुलर जारी कर दिया था जिसमें यह जानकारी दी गई थी की 10वीं के बचे हुए विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड निदेशक अनुराग ठाकुर ने मीडिया के सामने यह बात दोबारा दोहराई।
CBSE बोर्ड परीक्षा, मूल्यांकन, पास, मापदंड के बारे में विभिन्न सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से फर्जी खबरें फैलाने वालों की जांच कर रही है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ आईटी अधिनियम के तहत उचित कर्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी। पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं केवल हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों में 12वीं क्लास के लिए अंग्रेजी इलेक्टिव - एन, 2. अंग्रेजी इलेक्टिव -सी, इंग्लिश कोर, गणित, इकोनॉमिक्स, बायोलॉजी, राजनीति विज्ञान, इतिहास, फीजिक्स, अकाउंट्स और केमिस्ट्री की परीक्षाएं आयोजित की जाएं
एचआरडी मिनिस्टर ने वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया है। यह कैलेंडर शिक्षकों को विभिन्न तकनीकी उपकरणों और सोशल मीडिया टूल्स का उपयोग करने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जो मज़ेदार, दिलचस्प तरीकों से शिक्षा प्रदान करने के लिए उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग शिक्षार्थी घर बैठे भी कर सकते हैं।
एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर, जिसका उल्लेख केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने भी किया था, में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी भी वर्ग के लिए पाठ्यक्रम कम किया गया है।
शिक्षा निदेशालय (DoE) के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, 'सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश 11 मई से 30 जून तक घोषित किया जाता है। COVID-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए, छात्रों को गर्मियों की छुट्टी के दौरान किसी भी शिक्षण और शिक्षण गतिविधि के लिए स्कूलों में नहीं बुलाया जाएगा।'
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, मध्य पूर्व के देशों में और कुवैत में 3 अगस्त, 2020 तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इसी तरह, ईरान, जापान, नाइजीरिया आदि स्कूल भी बंद हैं।
एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक कल यानी 14 मई 2020 को लाइव संवाद की सूचना ट्विटर के जरिए दी है।
एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक कल यानी 14 मई 2020 को लाइव संवाद करेंगे। ये मिटिंग कोविड-19 को ध्यान रखते हुए इस संकट के समय में शिक्षकों के कई प्रश्न, उलझने और सुझाव को जानने-समझने समाधान के लिए होगी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया और लॉकडाउन 4.0 की बात की, जो बताता है कि कोविड -19 लॉकडाउन के कुछ संस्करण को 17 मई से आगे जारी रखने की तैयारी है।
नए सीबीएसई अध्यक्ष के सामने विशेष रूप से सीबीएसई बोर्ड परीक्षा, पेपर मूल्यांकन के बाद जल्द से जल्द परिणामों को घोषित करने संबंधी चुनौतियों का सामना करने पड़ेगा। कोरोनावायरस कोविड-19 के कारण कक्षा 10वीं और 12वीं की स्थगित परीक्षाओं के बाद, 29 सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को पूरा करना होगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) का पर्यवेक्षण भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव, स्कूली शिक्षा और साक्षरता द्वारा किया जाता है।
मनोज आहूजा, जो केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे, वर्तमान में विशेष निदेशक, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में हैं।
सीनियर IAS अधिकारी मनोज आहूजा को पिछले सप्ताह अप्रैल में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव के रूप में नियुक्त किए गए आईएएस अनीता करवाल की जगह नए सीबीएसई अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा, मूल्यांकन, पास, मापदंड के बारे में विभिन्न सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से फर्जी खबरें फैलाने वालों की जांच कर रही है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ आईटी अधिनियम के तहत उचित कर्रवाई की जाएगी।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
इनके अतिरिक्त आरती आहुजा केंद्रीय प्रशासन में अतिरिक्त सचिव के पद पर नियुक्त की गई हैं। आरती आहूजा केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त सचिव के रूप में तैनात हैं। उन्होंने ओडिशा के स्वास्थ्य सचिव के रूप में काम किया है।
ओडिशा कैडर के 1990 बैच के IAS मनोज आहूजा को CBSE के नए चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने IAS अनीता करवाल की जगह ली। इससे पहले, वह लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में विशेष निदेशक थे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जा सकती है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं, 12वीं बोर्ड एग्जाम से जुड़ी जानकारी पढ़ने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर या इस डायरेक्ट लिंक https://cbse.nic.in/newsite/attach/PRESS RELEASE 01.04.20.pdf पर विजिट कर सकते हैं।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”